कैसे मात खा गई नंबर 1 टीम इंडिया? शर्मनाक हार के बाद भड़के दिग्गज बिशन सिंह बेदी, वीवीएस लक्ष्मण और संजय मांजरेकर सहित पूर्व भारतीय क्रिकेटरों ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-2 की हार के बाद विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम इंडिया पर सवाल उठाए।भारत को क्राइस्टचर्च में दूसरे टेस्ट में तीन दिन के भीतर सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा जबकि वेलिंग्टन में टीम ने पहला टेस्ट 10 विकेट से गंवाया था।
बेदी ने ट्वीट किया, ‘क्या कोई बता सकता है कि न्यूजीलैंड ने दुनिया की नंबर एक टीम पर पूरी तरह से दबदबा कैसे बनाया? मैं सही कारण नहीं समझ पा रहा हूं। क्या किसी व्यक्ति को अपमानित किए बगैर कोई मेरी मदद कर सकता है। बेदी ने कहा, ‘इस बीच, धैर्य रखने, शांत चित्त रहने और प्रतिबद्धता दिखाने के लिए न्यूजीलैंड की सराहना कीजिए।
लक्ष्मण का मानना है कि सीरीज के दौरान भारतीय टीम अनुशासित नहीं थी। उन्होंने ट्वीट किया, ‘भारत को हराने और टेस्ट सीरीज आसानी से जीतने के लिए न्यूजीलैंड को बधाई। भारत जरूरी अनुशासन नहीं दिखा पाया और यह बेहद निराशाजनक है। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा कि 2018 के इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका दौरों के विपरीत इस सीरीज में कोहली की टीम प्रतिस्पर्धा भी पेश नहीं कर पाई।
चोपड़ा ने कहा, ‘कोहली के नेतृत्व में भारत ने विदेशी सरजमीं पर अधिकतर टेस्ट मैच में अच्छी प्रतिस्पर्धा पेश की है लेकिन यह सीरीज अलग थी. भारत ने सिर्फ हिस्सा लिया। बल्लेबाजी और न्यूजीलैंड के निचले क्रम को आउट करने में विफलता ने भारत को निराश किया।
ट्विटर पर सवाल-जवाब के दौरान पूर्व भारतीय बल्लेबाज संजय मांजरेकर ने राष्ट्रीय टीम को सलाह दी। मांजरेकर ने कहा, ‘पुछल्ले बल्लेबाजों को आउट करने का जरूरत से अधिक प्रयास कर रहे हैं? सर्वश्रेष्ठ यह है कि सामान्य योजना अपनाइए जो आपने शीर्ष क्रम के खिलाफ अपनाई। अब पुछल्ले बल्लेबाजों को पहले बाउंसर और फिर यॉर्कर फेंककर आउट करना आसान नहीं है।
ऋषभ पंत के सेलेक्शन पर फिर उठे सवाल न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में फ्लॉप होने के बाद ऋषभ पंत को टेस्ट टीम में शामिल करने पर सवाल उठ रहे हैं। इस सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरफ फेल रही, जिसमें पंत का खराब प्रदर्शन भी शामिल रहा। टेस्ट सीरीज में 0-2 की शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने ऋषभ पंत का बचाव किया है. कप्तान कोहली ने कहा कि ऋषभ पंत को ‘काफी मौके मिले लेकिन फिलहाल टीम इस युवा विकेटकीपर की जगह किसी और को परखने के बारे में नहीं सोच रही क्योंकि सभी बल्लेबाजों के फ्लॉप होने का दोष किसी एक खिलाड़ी पर नहीं मढ़ा जा सकता।
प्रदर्शन में निरंतरता नहीं होने के कारण पंत पिछले एक साल से लोगों के निशाने पर हैं। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की 0-2 की हार के दौरान चार पारियों में सिर्फ 60 रन ही बना सके जिससे ऋद्धिमान साहा पर उन्हें तरजीह देने के फैसले को लेकर बहस शुरू हो गई है।पंत का बचाव करते हुए कोहली ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलियाई सीरीज की शुरुआत से हमने घरेलू सत्र में भी पंत को काफी मौके दिए। इसके बाद वह कुछ समय के लिए नहीं खेला. उसने इसके बाद कड़ी मेहनत की।
wकोहली ने कहा, ‘आपको तय करना होगा कि किसी और को मौका देने का सही समय कौन सा है। अगर आप लोगों को काफी जल्दी बदल दोगे तो वह आत्मविश्वास खो सकता है। कोहली ने कहा, ‘हम सामूहिक रूप से प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। मैं सिर्फ उस पर निशाना साधने पर विश्वास नहीं करता।Ó यह पूछने पर कि क्या उनका मानना है कि पंत ने टीम में अपनी जगह पक्की मान ली है, कोहली ने स्पष्ट किया कि इस टीम की संस्कृति किसी भी खिलाड़ी को ऐसा सोचने के लिए प्रेरित नहीं करती। कोहली ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि इस टीम में कोई खिलाड़ी अपनी जगह पक्की मानकर चल रहा है. हमने यही संस्कृति स्थापित की है।
विराट कोहली के बल्ले की आग हुई ठंडी न्यूजीलैंड में टीम इंडिया की बल्लेबाजी ध्वस्त हो गई। दुनिया का माना हुआ भारतीय शीर्ष क्रम न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के खिलाफ पानी मांगता नजर आया। टेस्ट सीरीज से पहले किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि विराट ब्रिगेड को कीवियों के खिलाफ 0-2 से सीरीज गंवा देगी।
टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड दौरे की शुरुआत धमाकेदार अंदाज में की थी, जब उसने टी-20 सीरीज में कीवियों का 5-0 से सफाया किया। लेकिन इसके बाद जो हुआ उसे कहली एंड कंपनी के लिए शर्मनाक माना जाएगा। लेकिन टी-20 सीरीज में मिली एकतरफा सीरीज जीत का उत्साह जल्द ही ठंड़ा पड़ गया।
पहले तो टीम इंडिया ने तीन वनडे मैचों की सीरीज 0-3 से गंवाई और उसके बाद विश्व टेस्ट चैंम्पियनशिप के तहत खेली गई टेस्ट सीरीज में भी भारतीय टीम को न्यूजीलैंड ने 2-0 से शिकस्त दी। कप्तान विराट कोहली ने भी भारतीय टीम की हार का ठीकरा बल्लेबाजों के सिर फोड़ा है। विराट ने कहा, ‘कोई बहाना नहीं, बल्लेबाज ने गेंदबाजों को आक्रमण करने के लिए पर्याप्त रन नहीं दिए. ऐसे में रनमशीन कहे जाने वाले विराट की बल्लेबाजी भी चरमरा गई है।
न्यूजीलैंड दौरे में विराट कोहली के बल्ले की खामोशी चर्चा का विषय है। तीनों फॉर्मेट में 50 से ऊपर की औसत रखने वाले विराट ने 11 पारियों में महज 218 रन बनाए। उनकी औसत 19.8 की रही। यानी बल्ले से विराट पूरी तरह फेल रहे।
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