रायपुर। हफ्ते भर तक चले ऊहापोह के बाद प्रदेश के ऑटोमोबाइल कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है। बताया जा रहा है कि अब प्रदेश में भी बीएस4 वाहन 30 मार्च तक बेचे जा सकेंगे।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को इस संबंध में ऑटोमोबाइल कारोबारियों ने परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर और परिवहन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह से मुलाकात की थी। राडा अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया ने बताया कि परिवहन मंत्री से मुलाकात के दौरान बताया कि आरटीओ से मिले पत्र के बाद से प्रदेश के वाहन बाजार में हड़कंप है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार 31 मार्च तक बीएस4 वाहनों की बिक्री में कोई रोक नहीं है। ग्राहकों को भी अच्छे ऑफर का इंतजार है। प्रदेश भर में अभी डीलरों के पास 40 हजार बीएस4 वाहन हैं। इस मुलाकात के दौरान कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, राडा उपाध्यक्ष विवेक गर्ग, सचिव रविन्द्र भसीन भी उपस्थित थे।
31 मार्च तक होंगे दस्तावेज जमा-
राडा अध्यक्ष मनीषराज सिंघानिया ने बताया कि परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर ने उनकी बातों को ध्यान से सुना और कहा कि अब प्रदेश में भी 30 मार्च तक बीएस4 वाहनों के पंजीयन हो सकेंगे। बीएस4 वाहनों के सभी पंजीयन दस्तावेज 31 मार्च तक आरटीओ कार्यालय में जमा किए जा सकते हैं।
पांच दिवसीय ऑटो एक्सपो 19 से-
19 मार्च से साइंस कॉलेज मैदान में पांच दिवसीय ऑटो एक्सपो लगाया जाएगा। यह 23 मार्च तक चलेगा। इस एक्सपो में नए वाहनों की लांचिंग के साथ ग्राहकों को आकर्षक ऑफर भी दिए जाएंगे।
बीएस4 और बीएस6 वाहनों के फायदे और नुकसान
अभी तक आपने यही जाना होगा कि बीएस6 वाहन महंगे होंगी। इसलिए अभी सस्ते बीएस4 वाहन खरीदने का अच्छा मौका है। लेकिन हम आपको बता रहे हैं कि इन दोनों वाहनों में क्या अंतर है और कैसे आपके लिए फायदेमंद और नुकसानदायक हैं।
बीएस4 वाहन
1. बीएस4 और बीएस6 वाहनों का लुक लगभग समान ही होगा। मॉडल्स के अनुसार थोड़ा-बहुत बदलाव है।
2. बीएस4 गाड़ियों से निकलने वाला धुआं वायु प्रदूषण का मुख्य कारक होता है। इसकी वजह से नुकसान हो सकता है।
बीएस6 वाहन
1. बीएस6 वाहनों में एडवांस एमीशन कंट्रोल सिस्टम होगा, जो डीजल वाहनों में 70 फीसद और पेट्रोल वाहनों में 25 फीसद तक नाइट्रोजन आक्साइड के उत्सर्जन को कम करेगा। बीएस6 वाहनों में रियल ड्राइविंग एमीशन (आरडीई) होगा।
कौन सी गाड़ी खरीदें-
अगर आपके पास बीएस4 पेट्रोल वाहन है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि बीएस6 वाहनों के लिए मिलने वाला ईंधन बीएस4 वाहनों में इस्तेमाल हो सकता है। लेकिन बीएस4 डीजल वाहन में बीएस6 ईंधन का उपयोग नहीं हो सकता।
सबसे बड़ा अंतर-
बीएस4 और बीएस6 वाहनों में सबसे बड़ा अंतर कीमत का है। बीएस6 दोपहिया आठ से दस हजार रुपये तक महंगी होंगीं। बीएस6 कारें एक से तीन लाख तक महंगी होंगी।
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