रायपुर। खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने आज मंत्रालय में अफसरों की बैठक लेकर धान खरीदी को लेकर आ रही समस्याओं के त्वरित निराकरण करने का निर्देश दिया है। यही नहीं बारदाने की कमी बताए जाने पर मंत्री ने छोटी समितियों में जहां अधिक बारदाना गया है, उसे तत्काल बड़ी समितियों में लाने का निर्देश भी दिया है। इससे विभिन्न समितियों में धान खरीदी को लेकर आ रही समस्याओं का त्वरित निराकरण हो जाएगा।
खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने आज मंत्रालय में धान खरीदी को लेकर आ रही समस्याओं को लेकर अफसरों की बैठक ली। बैठक में मंत्री श्री भगत ने सीधे अफसरों से पूछा कि धान खरीदी को लेकर आखिर समस्या क्या आ रही है? किन-किन जिलों में समस्या अधिक है तथा शिकायतें कहां अधिक मिल रही हैं। इस पर अफसरों ने बताया कि अब तक अन्य जिलों से बारदाना कमी की शिकायत आ रही थी, लेकिन आज रायपुर जिले से भी इस तरह की शिकायतें आ रही हैं कि बारदाने की कमी है। जिन जिलों में ज्यादा शिकायतें मिली हैं, उनमें बलौदाबाजार, कवर्धा, मुंगेली, बेमेतरा, जांजगीर-चांपा जिला शामिल है। इसके अलावा आज रायपुर जिले से भी यही शिकायत आ रही है।
इस पर मंत्री श्री भगत ने अफसरों को निर्देश दिया कि जिन छोटी समितियों में अधिक बारदाना गया है, उसे तत्काल वापस लाकर ऐसी समितियों में वितरित कराया जाए, जहां किसानों का पंजीयन अधिक हुआ है तथा बारदाने की कमी को इससे तत्काल दूर किया जा सकता है। उन्होंने संबंधित जिलों के कलेक्टरों को भी धान खरीदी को लेकर आ रही समस्याओं को दूर करने का निर्देश दिया है।
ज्ञात हो कि किसानों की मांग पर राज्य सरकार ने धान खरीदी की तिथि में वृद्धि करते हुए इसे 20 फरवरी कर दिया है। पूर्व में धान खरीदी की अंतिम तिथि 15 फरवरी थी। इधर मैदानी क्षेत्रों में समस्या अधिक दिखाई दे रही है। बताया जाता है कि ऐसे किसान जिन्होंने टोकन कटा लिया है, उनका धान भी बारदाने की कमी बताकर नहीं लिया जा रहा है। इसमें छोटे-मंझोले और बड़े किसान भी शामिल हैं।
वहीं विभागीय मंत्री श्री भगत ने दावा किया कि प्रदेश में 90 प्रतिशत से अधिक पंजीकृत किसानों से धान खरीदा जा चुका है। इसमें छोटे किसान जिनकी दो से ढाई एकड़ जमीन है 91 प्रतिशत किसान अपना धान बेच चुके हैं। ढाई एकड़ से 5 एकड़ तक किसानी करने वाले किसान 93 प्रतिशत तथा पांच एकड़ से ज्यादा रकबा में किसानी करने वाले 93.55 प्रतिशत किसान अपना धान बेच चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमने किसानों को अपनी प्राथमिकता में रखा है, जिस प्रकार से अंतिम तिथि को लेकर किसान हड़बड़ा रहे हैं, कुछ लोगों द्वारा किसानों को उकसाया जा रहा है। उन्हें गलत जानकारी देकर भड़काया जा रहा है।
श्री भगत ने कहा कि राज्य में 19 लाख 55 हजार किसान पंजीकृत हुए हैं। इनमें से 18 लाख 5 हजार किसान अपना धान बेच चुके हैं। आज की तिथि में किसानों को 14 हजार 469 करोड़ का भुगतान हो चुका है। आज भी टोकन कट रहा है, किसानों के मन में संशय है। मैं आश्वत करता हूं कि यह किसानों की सरकार है और किसानों के हित में काम करने वाली सरकार है। पिछले साल भी हमने धान खरीदा था। आज दिन भर समय है, टोकन कट रहा है। हमने अफसरों को बुलाया था, समस्याओं के निराकरण का निर्देश दिया है। मंत्री श्री भगत ने कहा कि इस लाइन के पुराने खिलाड़ी अपना खेल रहे हैं, जबकि हमारा प्रयास है कि राज्य के बाहर और बिचौलियों के धान न बिके। इस काम में हमें काफी सफलता मिली है।
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