डोंगरगांव। इस वर्ष का बिलासा कला एवं साहित्य सम्मान वरिष्ठ साहित्यकार एवं छत्तीसगढ़ी भाषा के बहुचर्चित लेखक डॉ. गीतेश अमरोहित को प्रदान किया जाएगा। लाल बहादुर शास्त्री मैदान बिलासपुर में 21, 22 एवं 23 फरवरी को आयोजित बिलासा महोत्सव में छत्तीसगढ़ राज्य के प्रसिद्ध लेखक, रंगकर्मी, संस्कृति कर्मी अपनी प्रस्तुति देंगे।
छत्तीसगढ़ी साहित्य में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्ति को प्रतिवर्ष इस आयोजन में प्रतिष्ठित बिलासा कला एवं साहित्य सम्मान प्रदान किया जाता है। इस वर्ष यह सम्मान डोंगरगांव निवासी डॉ. गीतेश कुमार अमरोहित को प्रदान किया जा रहा है।
डोंगरगांव निवासी डॉ. गीतेश अमरोहित राजधानी रायपुर के डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय में चिकित्सक के पद पर कार्यरत हैं। चिकित्सा विज्ञान एवं साहित्य के क्षेत्र में उन्होंने कई किताबें लिखी हैं।
छत्तीसगढ़ी भाषा में उन्होंने मानक छत्तीसगढ़ी शब्दकोश, छत्तीसगढ़ी कहावत कोश, छत्तीसगढ़ी मुहावरा कोश, छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कोश, छत्तीसगढ़ बहुभाषिक कोश, छत्तीसगढ़ी चिकित्सा शब्दावली, छत्तीसगढ़ी पहाड़ा पुस्तकों की रचना की है। उनकी लिखी मानक छत्तीसगढ़ी शब्दकोश छत्तीसगढ़ी भाषा के क्षेत्र में मानकीकरण का कार्य कर रही है।
उनकी इसी पुस्तक पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई संदेश भेजकर कहा था कि मैं जब भी छत्तीसगढ़ आऊंगा इसी पुस्तक की मदद से छत्तीसगढ़ी बोलूंगा और उन्होंने भिलाई की रैली में अपना वादा निभाया भी। डॉ. गीतेश कुमार अमरोहित छत्तीसगढ़ी भाषा को जनभाषा के बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यमों से प्रयासरत हैं।
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