तिरुवनंतपुरम। चीन के वुहान शहर से शुरु हुआ कोरोना का कहर अभी भी थमा नहीं है। चीन में स्थिति अभी भी खराब बनी हुई है और अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं कई हजार लोग अभी भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं।
इसी बीच भारत ने कोरोना वायरस के मामले में अच्छी खबर दी है। केरल में कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे दोनों मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इन दोनों मरीजों को कुछ दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव पाया गया था।
उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिन्हें ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। कोरोना से पीडि़त एक मरीज का इलाज कसारगोड के कंझनगढ़ सरकारी अस्पताल में चल रहा था। वहीं दूसरे छात्र को अलप्पुझा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
दोनों की सेहत में सुधार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उधर चीन में कोरोना वायरस से हालात बेकाबू हो गए हैं। चीन में रविवार को 142 और लोगों की मौत हो गई। इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 1775 हो गई।
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) के मुताबिक, शनिवार से कोरोना के 2 हजार नौ ताजा मामले सामने आए हैं, जो एक दिन पहले सामने आए 2 हजार 6 सौ 41 मामलों के मुकाबले काफी कम है। बावजूद इसके इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
चीन में अब तक कुल 71 हजार 3 सौ 30 मामले सामने आए है, जिसमें से 10 हजार 9 सौ 73 लोग निगेटिव पाए गए है। कोरोना वायरस के कहर से कराह रहा चीन कोरोना के सामने दम तोड़ता नजर आ रहा है, ऐसे में भारत ने अपने पड़ोसी की मदद का फैसला लिया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत वहां चिकित्सा से जुड़ी जरूरी दवाईयां और सामान भेजेगा। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी है।
उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट में कहा कि भारत चिकित्सा सामग्रियों की एक खेप भेजेगा और मुश्किल घड़ी से निकलने में चीन की मदद करेगा। यह एक मजबूत उपाय है, जो चीनी लोगों के साथ भारत और यहां के लोगों की एकजुटता, दोस्ती और सद्भावना को प्रदर्शित करेगा।
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