रायपुर। शनिवार को केंद्र की मोदी सरकार ने बजट पेश किया। वित्तमंत्री ने अपने 2 घंटे 40 मिनट के भाषण में कहीं भी कर्मचारियों-मजदूरों के लिए अलग से कोई राहत या योजना की घोषणा नहीं की। लगातार 6 सालों से मोदी सरकार कर्मचारियों और मजदूरों के साथ छलावा करती आ रही है। केन्द्र सरकार पर उक्त आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सन्नी अग्रवाल ने कहा कि सरकार का यह बजट कम और किसी वस्तु का बिल ज़्यादा नजर आता है। जो देश की जनता को पकड़ा दिया हैं।
कर्मचारी और मजदूर जो पूरे देश के निर्माण कार्य में महती योगदान देते हैं न जाने मोदी सरकार को उनसे क्या दुश्मनी है जो हमेशा हर बजट में उनको नजर अंदाज करती है। वित्तमंत्री हमेशा अपने बजट में उन वर्गों को नजर अंदाज करती हैं जिनको आज सबसे ज्यादा सहायता और योजनाओं की जरूरत है।
कर्मचारियों और मजदूरों के परिवारों के लिए न कोई योजना न कोई नीति है। साथ ही जो आज पूरे देश की सबसे बड़ी समस्या है बेरोजगारी उस सरकार ने फिर बहुत बड़ा छल किया है। मोदी अपने चुनावी वादों में हर वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने की बात करते हैं लेकिन उनके शासन में 46 वर्षों में देश में सबसे ज़्यादा बेरोजगारी उपहार में देते हैं। देश में मूलभूत समस्याएं जैसे बेरोजगारी,महंगाई और महिला सुरक्षा जैसे अनेकों मुद्दे विकराल रूप ले चुके हैं लेकिन मोदी सरकार आंख मूंदकर अपने एजेंडे लागू करने पर जुटी हुई है।
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