रायपुर। बैंक कर्मचारियों एवं अधिकारियों का वेतन पुनरीक्षण नवंबर 2017 से देय है। भारतीय बैंक संघ के अनुचित विलय पर युनाईटेड फ ोरम ऑफ बैंक यूनियन द्वारा 31 जनवरी एवं एक फरवरी दो दिवसीय हड़ताल का आव्हान किया गया है।
इस आशय की जानकारी ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉईज एसोसिएशन की सचिव रंगा वेली ने देते हुए बताया कि यदि हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो मार्च महीेने में 11 से 13 मार्च तक एवं 1 अपै्रल को अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जायेगा।
उन्होंन बताया कि, बैंक कर्मचारियों एंव अधिकारियों के वेतन-भत्तों एवं सेवा-शर्तों का निर्धारण सामूहिक सौदेबाजी से द्विपक्षीय समझौते द्वारा सम्पन्न किया जाता है। इसी आधार पर पाँच वर्ष में एक बार कर्मचारी-अधिकारी संघ द्वारा दिये गये माँग पत्र के आधार पर सभी सदस्य बैंकों के प्रतिनिधि के रूप में भारतीय बैंक संघ के साथ चर्चा उपरांत पुनरीक्षित किया जाता है।
तदनुसार पिछला समझौता जिसकी अवधि नवंबर 2012 से अक्टूबर 2017 थी को मई 2015 में अंतिम रूप दिया गया था। अतएव वेतन पुनरीक्षण नवंबर 2017 के लागू किया जाना था।
पुराने अनुभव को ध्यान में रखते हुए कि समझौते को संपन्न किये जाने में विलम्ब होता है, वित्तीय सेवाओं के विभाग, वित्त मंत्रालय द्वारा 17 जनवरी 2016 को सभी बैंकों के प्रबंधन एवं भारतीय बैंक संघ को पत्र जारी कर परामर्श दिया गया था कि, 11वें द्विपक्षीय वेतन समझौत को नवंबर 2017 से पूर्व सम्पन्न कर लिया जाये।
इसलिए कर्मचारी एवं अधिकारी संघ द्वारा अपना माँग पत्र समय से पूर्व पे्र्रषित कर दिया गया था तथा द्विपक्षीय वार्ता मई 2017 में इस आश्वासन के साथ प्रारंभ कर दी गई थी कि समझौता नवंबर 2017 से पूर्व सम्पन्न कर लिया जायेगा।
दुर्भाग्यवश भारतीय बैंक संघ ने मई 2018 तक वेतन बढ़ोत्तरी का कोई प्रस्ताव नहीं दिया तत्पश्चात उसके द्वारा अत्यंत अल्प 2 प्रतिशत बढ़ोत्तरी का प्रस्ताव रखा गया। पिछले &0 माह में वार्ताओं के विभिन्न दौर के पश्चात भारतीय बैंक संघ ने केवल 12.25 प्रतिशत बढ़ोत्तरी का संशोधित प्रस्ताव प्रस्तुत किया। जबकि यह भी कि, पिछले समझौते में शासन द्वारा 15 प्रतिशत बढ़ोत्तरी को मंजूरी प्रदान की गई थी।
वर्तमान दौर में कीमतों में तेजी से वृद्धि हुई है तथा बैंकों में कार्यरत कर्मचारियों पर कार्य का बोझ बहुत Óयादा बढ़ गया है। इसलिए बैंक कर्मी वर्तमान समझौते में एक उचित एवं तर्कसंगत वेतन बढ़ोत्तरी की अपेक्षा रखते हैं।
इसलिए भारतीय बैंक संघ के वर्तमान अपर्याप्त बढ़ोत्तरी प्रस्ताव एवं कठोर दृष्टिकोण से अत्यंत निराशा एवं रोष का वातावरण निर्मित हुआ है। इसी प्रकार दूसरी अन्य महत्वपूर्ण माँगे भी अनसुलझी एवं अनिर्णित हैं।
इसलिए यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक युनियन जो बैंकों में कर्मचारियों एवं अधिकारियों के 9 श्रमिक संगठनों का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें ऑल इंडिया बैंक एम्पलॉईज एसोसिएशन ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कनफेडरेशन, नेशनल कनफेडरेशन ऑफ बैं एम्पलॉईज, ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन, बैंक एम्पलॉईज फेडरेशन ऑफ इंडिया, इंडियन नेशनल बैंक एम्पलॉईज फेडरेशन, इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स काँग्रेस, नेशनल ऑर्गेनाईजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स एवं नेशनल ऑर्गेनाईजेशन ऑफ बैंक ऑफिसर्स सम्मिलित हैं, द्वारा आंदोलनात्मक कार्यक्रम एवं निम्नानुसार हड़ताल का आव्हान किया गया है।
यह भी देखें :
BSNL के 568 कर्मियों ने लिया VRS…47 फीसदी कर्मी सेवानिवृत्त…
Add Comment