होली 2019: कितना बदल गया राग, रंग और रस का उत्सव

होली समाज की जड़ता और ठहराव को तोड़ने का त्योहार है. उदास मनुष्य को गतिमान करने के लिए राग और रंग जरूरी है, होली में दोनों हैं. यह सामूहिक उल्लास का त्योहार है. परंपरागत और समृद्ध समाज ही होली खेल और खिला सकता है. रूखे और बनावटी आभिजात्य को ओढ़नेवाले समाज का यह उत्सव नहीं … Continue reading होली 2019: कितना बदल गया राग, रंग और रस का उत्सव