छत्तीसगढ़

ठिठुरा संंभाग, मैनपाट में रात का न्यूनतम पारा 4 डिग्री… पाले जमीं पर… शहर का न्यूनतम पारा 6.6 डिग्री, पहाड़ी इलाके में 2 डिग्री…

मौसम साफ होने के बाद उत्तर से आ रही शुष्क हवाओं से अब ठंड अपने पूरे शवाब पर पहुंच गया है। रात के तापमान में तगड़ी गिरावट से शहर सहित पूरा संभाग कड़ाके की चपेट में आ गया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दो दिन में रात के तापमान में करीब 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई और मंगलवार को अंबिकापुर शहर का न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री दर्ज किया गया।

इस बीच मैनपाट में रात का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री रहा। सामान्य से 2 डिग्री नीचे तापमान पहुंचने से मैदानी और पहाड़ी इलाकों में पाले की परत जम जा रही है। मैनपाट में सुबह के समय जमी पाले की परत से प्राकृतिक सुंदरता भी नजर आ रही है। इधर कड़ाके की ठंड से जनजीवन पर असर पड़ रहा है। दिन चढ़ते तक लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। ठंडी हवाओं के आगे दिन में धूप के बाद भी राहत नहीं मिल रही है। सुबह मार्निंग वाक में निकलने वालों की संख्या भी कम हो गई। धूप चढ़ने के बाद सड़कों पर चहल-पहल नजर आई। ठंड का लोगों के सेहत पर असर पड़ रहा है। सर्दी-खांसी के मरीज बढ़ गए हैं।

जनवरी में अभी तक चार बार पश्चिमी विक्षोभ आ चुका है
मौसम में हो रहे बदलाव से दिसंबर के अंतिम सप्ताह व जनवरी में पश्चिमी विक्षोभ से तापमान में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है। जनवरी में इस साल अभी तक पश्चिमी विक्षोभ का चार बार असर हो चुका है। इससे 25 मिमी से ज्यादा बारिश हो चुकी है। अब 21 जनवरी के बाद फिर से पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादल छाने की संभावना है।

सर्द हवा के कारण धूप की तपिश भी बेअसर
मौसम साफ होने के बाद धूप खिल रही है। इससे दिन के तापमान में कुछ बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। मंगलवार को अंबिकापुर का अधिकतम तापमान 20.5 डिग्री दर्ज किया गया, लेकिन सर्द हवाओं के कारण धूप की तपिश भी बेअसर साबित हो रही है।

न्यूनतम तापमान में और दर्ज की जाएगी गिरावट
मौसम विज्ञान केंद्र अंबिकापुर के मेट्रोलाजिस्ट एएम भट्ठ ने कहा बादल छंटने के बाद उत्तर से आ रही शुष्क हवा से पारा में गिरावट दर्ज की जा रही है। अगले दो दिन तक मौसम के इसी तरह रहने की संभावना है। इसमें एक दो डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है।

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