रायपुर। अमरकंटक एक्सप्रेस वर्तमान छत्तीसगढ़ एवं मध्यप्रदेश राज्य की राजधानियों को जोडऩे वाली एक महत्वपूर्ण ट्रेन है 7 जो लगभग 84 किलोमीटर की दूरी 12 घंटे में पूरी कर यात्रियों को अपने अपने गंतव्य पर सुरक्षित एवं सुविधा पूर्ण तरीके से पहुंचाती है। वर्तमान में इस गाड़ी की रखरखाव रायपुर रेल मंडल के कोचिंग डिपो दुर्ग द्वारा सफलता पूर्वक किया जा रहा है।
दुर्ग से भोपाल के बीच इस गाड़ी का ठहराव लगभग 2 स्टेशनों पर दिया गया है। दुर्ग से भोपाल के मध्य यात्रियों के लिये यह गाड़ी काफी लोकप्रिय है। इस गाड़ी मे जनरल श्रेणी से लेकर प्रथम श्रेणी के कोच लगे है।
पहले यह गाड़ी क्रमांक 53/954 के नाम से सप्ताह में 03 दिन सन 186 से अपना सफर शुरू किया था जिसे 1988 के रेल बजट में 04 दिन कर दिया गया जो 2005 तक चला। पुन: 2005 के रेल बजट में इसे प्रतिदिन कर दिया गया 7 तब तक इस गाड़ी का सफर एक्सप्रेस के रूप में था। जिसे 2006 में सुपेरफास्ट ट्रेन का दर्जा मिल गया। इसका वर्तमान स्वरूप बहुत ही उन्नत एवं सुहाना है।
प्रोजेक्ट उत्कृष्ट के तहत इसके बाहरी एवं अन्त: साजो-सज्जा को सुहावना स्वरूप दिया गया है। अलग-अलग रंगों वाले एसी और नॉन एसी कोच के प्रत्येक शौचालय में एपॉक्सी फ्लोरिंग एवं सजावटी ग्लास फैब्रिक प्लास्टिक का प्रावधान किया गया है ।
इसके साथ ही साथ उन्नत एवं बड़े आकार के मिरर, वाश बेसिन काउंटर टॉप एवं बेहतर एलईडी प्रकाश व्यवस्था की गयी है। पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न प्रकार के पर्यटन पोस्टर, राष्ट्रीय झंडे और स्वच्छता से संबन्धित कई पोस्टर लगाए गए है।
इसके साथ ही साथ यात्रियों के बेहतर सफाई सुविधा हेतु ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग की व्यवस्था की गयी है। इस प्रकार यह गाड़ी यात्रियों को बेहतर यात्रा का अनुभव और राष्ट्र के प्रति बेहतर सेवा प्रदान करते हुए लगभग 2100 से 2200 यात्रियों को प्रतिदिन अपने गंतव्य तक पंहुचा रही है।
यह भी देखें :
Add Comment