छत्तीसगढ़

डीकेएस एशिया का सबसे बड़ा मेडिकल सेटअप वाला अस्पताल होगा : डॉ पुनीत

रायपुर । डीकेएस अस्पताल एशिया का सबसे बड़ा मेडिकल सेटअप वाला शासकीय अस्पताल होगा। यहां पर मरीजों को निजी अस्पतालों से ज्यादा बेहतर सुविधाएं दी जाएगी। उक्त बातें पत्रवार्ता में डीकेएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ.पुनीत गुप्ता ने कही।
डॉ. गुप्ता ने कहा किए डीकेएस अस्पताल को डीकेएस सुपर स्पेशियालिटी अस्पताल का नाम भी दिया जा रहा है। इसका शुभारंभ मार्च 2018 के अंतिम सप्ताह तक करने की संभावना है। यहां पर एशिया की सबसे बड़ी सीआरटी मशीन लगाई जाएगी जो लगातार 12 से 14 घंटे तक डायलिसिस कर सके।
उन्होंने कहा कि डीकेएस अस्पताल में लीवर डायलिसिस पेट्रीयाडिक, न्यूरोसर्जरी और कैजुअल्टी पर विशेष सुविधाएं दी जा रही है। यहां निमोटिक बेस मशीन भी लगाई जाएगी जो अस्पताल के वेस्टेज को अथवा फइलों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने ले जाने का कार्य करेंगे।
गुप्ता ने यह भी कहा कि मरीजों को सुविधाओं के साथ-साथ उनके परिजनों के लिए भी सुविधा मुहैय्या कराई जाएगी। यदि कोई मरीज आईसीयू में भर्ती हो तो उनके परिजनों के मनोरंजन के लिए टीवी बच्चों के लिए किड्स जोन और बुजुर्गों के लिए लाइब्रेरी की व्यवस्था भी की जा रही है। यहां पर फूड जोन भी बनाया जा रहा है जो चौबीस घंटे सेवा देगा। वार्डों की मॉनिटरिंग के लिए मॉनीटर लगवाए जा रहे हैं जो वार्डों में मरीजों व कर्मचारियों की मॉनिटरिंग करेगा। डीकेएस अस्पताल के लिए रविवार को 9 कैमरा युक्त एम्बुलेंस का शुभारंभ किया गया है जिसमें गंभीर मरीजों को अस्पताल से सीधे मॉनीटरिंग कर आपात चिकित्सा अस्पताल पहुंचने तक दी जा सके। डीकेएस अस्पताल के लिए करीब 2000 स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी जिसमें सभी विभागों में चार-चार स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की नियुक्ति होगी। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों को भर्ती के वक्त परेशान नहीं होना पड़ेगा। जल्द से जल्द और बगैर कतार में खड़े हुए उन्हें सब कुछ बैठे-बैठे एक ही स्थान पर सभी दस्तावेज मुहैय्या कराए जाएंगे। इसके लिए अलग से कंसल्टेंटिंग स्टाफ की भर्ती की जाएगी।
डॉ. गुप्ता ने बताया कि पूरे इंनफ्रास्ट्रक्चर में लगभग 80.90 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसमें 45.50 करोड़ रुपए बैंक से लोन लिया गया है तो वहीं बाकी रकम सरकार ने उपलब्ध कराई है। अस्पताल की सारी सुविधाएं ऑनलाइन होंगी। यहां पर मरीज आने से पहले अपना पंजीयन करा सकेंगे। इससे उन्हें कम समय में ही उपचार मिलेगा।

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