रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा एक भी सिक्ख प्रत्याशी नहीं बनाने से सिक्ख समाज में जबरदस्त रोष व्याप्त है। रायपुर के सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों,दशमेश सेवा सोसायटी, शहीद तारू सिंघ स्टडी सर्कल,सिक्ख ऑफिसर वेलफेयर सोसायटी, सिक्ख फेडरेशन, छ ग सिक्ख संगठन और सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ के सयुंक्त तत्वावधान में एक बड़ी बैठक आहूत की गई जिसमें बड़ी संख्या में उपस्थित सिक्ख परिवारों ने एक भी टिकिट नहीं देने पर भाजपा के चुनावी बहिष्कार की बात कही है।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने तीन और जोगी कांग्रेस ने दो सिक्ख प्रत्याशियों पर विश्वास जताया है। सिक्खों को अपने परम्परागत वोट बैंक समझने वाली भाजपा को मुगालते में न रहने की चेतावनी दी गई हैं वही भाजपा के एक पूर्व मंत्री द्वारा सिक्खों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर भी सिक्ख समाज खपा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मदर टेरेसा वार्ड से भाजपा प्रत्याशी को सिक्ख बताकर शीर्ष नेताओं को दिग्भ्रमित किया गया है। बैठक में उपस्थित दशमेश सेवा सोसायटी के प्रीतपाल सिह होरा ने कहा कि हम लोग अपनी आवाज समाज की आवाज बड़े नेताओं तक पहुंचाने में असमर्थ रहे है।
उन्होंने कहा कि अब भी कुछ नहीं बिगड़ा है। हम सब मिलकर अपील समिति तक अपनी बातें रखे कि 70 वार्डो में एक भी सिक्ख प्रत्याशी उन्हें इस योग्य नहीं लगा जो जीत सके सिक्ख आफिसर वेलफेयर सोसायटी के जी एस भामरा ने कहा कि अपने अपने राजनीतिक दलों से ऊपर उठकर एक ऐसा प्लेटफार्म तैयार करो कि राजनीतिक पार्टियां सिक्खों को बुलाकर टिकिट दे सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ के सयोंजक सुरेंद्र सिंह छाबड़ा ने बताया कि अनुशासन में रहकर पार्टी की सेवा करने वालो को कमजोर न समझा जाए भाजपा ने जब जब सिक्ख प्रत्याशी पर विश्वास जताया है वो खरा उतरा है फिर इस बार उपेक्षा क्यो की गई इसी तरह गुरुबख्श सिह छाबड़ा, निरंजन सिंह खनूजा, दलजीत चावला, गुरमीत टोनी,हरपाल भामरा,सोनू सलूजा,बंटी होरा, रिंकू होरा,गुरमीत सिंह गुरदत्ता,सुरजीत छाबड़ा,मित्रसेन धीमान,सन्नी सिह होरा ने अपने विचार रखे बैठक के तुरंत बाद सिक्ख समाज का एक प्रतिनिधि मंडल पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात कर अपनी भावनाओं से अवगत कराया ।
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