हैदराबाद एनकाउंटर की पूरी कहानी…पुलिस की जुबानी…कहा- हथियार छीने…फायरिंग की…उसके बाद…बताया- क्यों ले गए थे घटनास्थल पर…

हैदराबाद एनकाउंटर में साइबराबाद पुलिस ने कई खुलासे किए। साइरबराबाद के पुलिस कमिश्नर वी सज्जनार ने कहा कि 27-28 नवंबर की रात को दिशा का गैंगरेप किया गया और फिर हत्या कर दी गई।
इसके बाद शव को जला दिया गया. हमने साइंटिफिक सबूत इक_ा किए और नारायणपेट से चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया. इसके बाद आरोपियों को रिमांड में लिया गया।
पुलिस कमिश्नर वी सज्जनार ने कहा कि 10 पुलिसकर्मी आज आरोपियों को क्राइम सीन रीक्रिएट करने लाए थे।
इस दौरान दो आरोपियों ने पुलिस से दो हथियार छीन लिए। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों को चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने पुलिस टीम पर ही फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में चार आरोपी मारे गए।
क्यों घटना स्थल पर लाए गए आरोपी?
प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पुलिस कमिश्नर वी सज्जनार ने कहा कि 4 और 5 दिसंबर को हमने चारों आरोपियों से पूछताछ की थी. इस पूछताछ के दौरान आरोपियों ने मोबाइल, पॉवर बैंक और घड़ी के बारे में बताया था. इन चीजों को बरामद करने और क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के लिए हम आरोपियों को घटनास्थल पर ले गए थे.
15 मिनट की मुठभेड़
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि चारों आरोपियों को हथकड़ी नहीं पहनाई गई थी. इस वजह से चारों आरोपियों ने पुलिस से पिस्टल छीन ली. इसके बाद वह भागने लगे. पहले हमने उन्हें चेतावनी दी, लेकिन उन्होंने उलटे फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने फायरिंग की. 15 मिनट की मुठभेड़ में चारों आरोपी मारे गए।
दो पुलिसकर्मी भी घायल
कमिश्नर का दावा है कि एनकाउंटर के दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. इसमें एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉस्टेबल शामिल है। आरोपियों का महबूबनगर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. हमने डीएनए प्रोफाइल ले लिया. ये चारों कर्नाटर और तेलंगाना में कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
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