
रायपुर। विधानसभा में आज स्कूलों में मध्यान भोजन में अण्डा नहीं दिए जाने और खराब सोया मिल्क वितरण किए जाने का मुद्दा उठा। भाजपा विधायक डा. कृष्णमूर्ति बांधी ने प्रश्रकाल में यह मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश के कई जिलों में मध्यान्ह भोजन में अण्डा का वितरण नहीं किया जा रहा है, वहीं जो सोया मिल्क वितरण किया जा रहा है वह बदबूदार और खराब है, जो पीने योग्य नहीं है। सोया मिल्क को स्कूलों में फेंका जा रहा है।
नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी कहा कि बलरामपुर, जशपुर, सुकमा, कांकेर सहित 6 जिलों के स्कूलों में अब तक अण्डा का वितरण नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि शहरों के स्कूलों में अण्डा का वितरण किया जा रहा है, लेकिन जहां के बच्चों को अण्डा की ज्यादा जरूरत है वहां अण्डा का वितरण नहीं किया जा रहा है।
श्री कौशिक ने मंत्री से पूछा कि आखिर क्या कारण है कि उन 6 जिलों में मध्यान्ह भोजन में अण्डा का वितरण नहीं किया जा रहा है।
इसके जवाब में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि स्कूलों में अण्डा का वितरण किया जा रहा है और रहा सवाल सोया मिल्क का तो बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए पीने योग्य सोया मिल्क ही स्कूलों तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सोया मिल्क को सामान्य तापमान में 90 दिनों तक रखा जा सकता है।
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