रायपुर। धान खरीदी का मुद्दा छत्तीसगढ़ में उबल रहा है। रोज नये-नये नियम सुनने के मिलते हैं। अभी सीएम ने 1835 में ही धान खरीदी का बयान जारी किया है और बोनस के लिए समिति बनाई है। वहीं अब रकबा कम करने का एक मौखिक आदेश वाट्सएप पर तैर रहा है।
जिसमें लिखा गया है कि चीफ सेक्रेटरी ने 15 हजार हेक्टेयर रकबा कम करने का टारगेट दिया है। जिसे किसी भी हालत में 30 नवंबर तक पूरा करना है। जो आदेश वाट्सएप पर लिखित में फारवड हो रहा है, उसमें लिखा है सभी एसडीएम, तहसीलदार, आरआई, पटवारी। इन्हें निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने इलाके में रकबा कम करें।
वाट्सएप में चल रहे आदेश के मुताबिक कलेक्टर का भी उल्लेख किया गया है कि उनका आदेश है कि सभी पटवारी अपने-अपने हल्का अनुसार 30 से 40 हेक्टेयर रकबा कम करें। इस मैसेज के मुताबिक सभी पटवारियों को रोजाना रिपोर्ट करने को कहा गया है कि कितना काम हो गया।
सोसाइटी आपरेटर को सूची देने की बात भी इस वाट्सएप मैसेज में लिखी है। जिससे रोजाना कितना रकबा कम हुआ यह पता चल सके। मैसेज के अनुसार सभी आरआई और पटवारियों को शाम को पांच बजे तक हर हाल में रिपोर्ट करने कहा गया है। मैसेज के मुताबिक एसडीएम को भी टारगेट कय करने कहा गया है।
पटवारियों को निर्देशित किया गया है अपने-अपने हल्के में किसानों की मिटिंग ले और रकबा कम करवाएं। फिजिकल वेरिफिकेशन टीम बनाई जाए, जिसमें सभी ग्राम में सचिव, रोजगार सहायक, मेट, कृषि विभाग का कर्मचारी, कोटवार, पटेल और किसानों की टीम शामिल करने को कहा गया है।
मैसेज में लिखा है कि ऐसा रकबा जिसमें धान नहीं लगा है, मकान या बाड़ी या अन्य कोई फसल लगी है या लगी थी और उसका गलत पंजीयन हुआ है तो उसे हटाएं। खबरीलाल को एक वाट्सएप मैसेज मिला है जिसमें इस तरह से रकबा कम करने के लिए सरकारी कर्मचारियों को निर्देशित किया गया है। खबरीलाल इस मैसेज की पुष्टि नहीं करता।
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