
रायपुर। पूर्व सीएम रमन सिंह ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का जो मुद्दा है वह छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ है। यहां की कांग्रेस सरकार के गलत निर्णय की वजह से यहां की सामाजित, राजनीतिक और आर्थिक मुद्दा को प्रभावित करने वाला है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार चुनाव जितने किसानों से झूठा वादा किया है। 2500 रूपये क्विंटल में धान खरीदने का वादा किया था। किसानों का एक-एक दाना धान खरीदने का वादा किया था। दो साल का बोनस दूंगा कहा था।
लेकिन आज वही अन्नदाता किसान भटक रहा है। डॉ. रमन सिंह ने कहा कि अन्नदाता किसानों को आज चोर समझा जा रहा है। उनका धान जब्त किया जा रहा है। अभी तक 67 हजार क्विंटल धान को जब्त किया गया है। किसान विपरित परिस्थितियों के लिए धान रखता है।
किसान धान पैदा करने के लिए अपना सब कुछ झोंक देता है। उसका अपराध बस इतना है कि वे अपनी बेटी की शादी, उपचार एवं घर की गृहस्थी चलाने एक-दो क्विंटल धान बेच रहा है। उसे चोर समझ कर जब्त किया जा रहा है। गलती किसकी है।

धान खरीदी को एक माह विलंब करने की वजह से किसान कोचियों के पास धान बेचने मजूबर हैं। जब प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तो इन्हीं लोग जल्दी धान खरीदी करने चिट्ठी लिखते थे। एक नवंबर से धान खरीदी शुरू करते तो आज किसानों की ये स्थिति नहीं होती है। एक महीना विलंब से धान खरीदी करना कांग्रेस की षडय़ंत्र है।
डॉ.रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने तीन अलग-अलग गलत काम किए हैं। पहला 2500 क्विंटल में धान खरीदी करने का वादा करना। दो साल का बोनस देने का वादा इसका कुछ अता-पता नहीं और तीसरा काम किसान सम्मान निधि को रोकना।
उन्होंने कहा कि किसान सम्मान निधि को पूरी तरह से प्रशासनिक अड़चन डालकर रोका गया है। कांग्रेस की सोंच है कि प्रधानमंत्री का वह फंड किसानों को ना मिल सके। किसान आज ठगा सा महसूस कर रहा है। और अब बड़े कांग्रेसी दिल्ली की ओर देख रहे हैं।
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