रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने हाईकोर्ट द्वारा विधायक भीमा मंडावी के शहादत की जांच एनआईए से कराने के फैसला का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय जांच एजेंसी पेशेवर ढंग से किसी भी घटना की बड़ी सुक्ष्मता व गहनता से जांच करती है। हाईकोर्ट के निर्णय से भीमा मंडावी के परिवार सहित भाजपा को भी न्याय की उम्मीद बंधी है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि न्यायालय के एनआईए जांच के निर्णय पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सुप्रीम कोर्ट जाने का वक्तव्य बहुत ही दुखदाई और आश्र्चय भरा है। उन्होंने पूछा कि एनआईए जांच से राज्य सरकार क्यों घबरा रही है?
भूपेश बघेल को क्या डर है? ऐसा क्या राज है जिसके खुल जाने का डर सीएम को सता रहा है? उन्होंने कहा कि अफसोस जनक और संदेहास्पद है कि सीएम बघेल घटना के बाद से ही निष्पक्ष जांच में अडंगा लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
श्री कौशिक ने कहा कि भीमा मंडावी की हत्या के बाद केन्द्र सरकार ने अपने अधिकारों का उपयोग कर एनआईए जांच की घोषणा की थी। देश में कही भी आतंकी घटना पर केन्द्र सरकार एनआईए जांच कर सकती है।
हाई कोर्ट में राज्य सरकार के हारने के बाद एनआईए जांच रोकने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सुप्रीम कोर्ट जाने की बात का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पहले भी झीरम मामले में भी भूपेश बघेल का यही रवैया था।
वे बार-बार झीरम का सबूत जेब में लेकर घूमने की बात कर रहे थे लेकिन आजतक साक्ष्य सामने नहीं ला पाये। श्री कौशिक ने कहा कि देश की सर्वश्रेष्ठ जांच एजेंसी को जांच करने देकर न्याय की राह में कांग्रेस सरकार अवरोध पैदा नहीं करे।
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