धान खरीदी में सख्ती…सुकमा के व्यापारी उतरे विरोध में…साप्ताहिक बाजार में धान खरीदने पर मौखिक पाबंदी…बाजार में ही किसानों ने फेंका धान…

सुकमा। धान खरीदी का मुद्दा राज्य में गरम है। सरकार लगातार कोचियों पर कार्रवाई करते हुए धान जब्त कर रही है, लेकिन सुकमा में साप्ताहिक बाजार में धान को लेकर बवाल मच गया है।
सुकमा में धान को लेकर जिला प्रशासन ने काफी सख्ती अपना रखी है। सीमावर्ती इलाकों से धान परिवहन करने पर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही साप्ताहिक बाजारों में चिल्हर धान खरीदी पर भी मौखिक रोक लगा दी गई है, जिसके बाद गल्ले के व्यपारियों में काफी रोष देखा जा रहा है।
सुकमा के कोर्रा, पुसपाल और छिन्दगढ़ साप्ताहिक बाजारों में गल्ले के व्यापारियों ने विरोध में बुधवार को दुकानें नहीं लगाई। उनकी मांग है कि बाजारों में उन्हें धान खरीदने दिया जाए। अन्यथा शासन वहां पर दुकान लगाकर धान खरीदे। परेशान ग्रामीणों ने आज बाजार में ही धान फेंका।
गल्ला व्यापारियों के दुकानें नहीं लगने के कारण ग्रामीण परेशान है। बुधवार को जिले के पुसपाल, कोर्रा व छिन्दगढ़ साप्ताहिक बाजारों में गल्ले के व्यापारियों ने दुकाने नहीं लगाई और जिले के व्यापारी छिन्दगढ़ बाजार में एकत्रित हुए।
दुकाने नहीं लगाने के पीछे व्यापारियों ने बताया कि शासन ने साप्ताहिक बाजारों में भी धान खरीदी करने से मना किया है, जो गलत है। क्योंकि रोजमर्रा सामान के लिए ग्रामीण बाजार आते हैं और धान या अन्य वनोपज बेचकर सामान खरीदते हैं।
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