रायपुर। अयोध्या मामले में सर्वेच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद विभिन्न दलों के नेताओं ने अपनी-अपनी राय रखी है। सभी ने इसे एक ऐतिहासिक फैसला बताते हुए धार्मिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि अयोध्या मामले में सर्वेच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि राम जन्मभूमि पर सर्वसम्मति से आए उच्च न्यायालय के ऐतिहासिक निर्णय का हम सभी दिल से स्वागत करते हैं।
इस निर्णय से ना किसी पक्ष की जीत हुई ना हार, अपितु यह निर्णय देश के साम्प्रदायिक सौहार्द्र और भाईचारे को और अधिक सुदृढ़ बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। शान्ति और धैर्य के साथ निर्णय का इंतज़ार करने वाले सभी वर्ग और सम्प्रदाय के लोगों को साधुवाद। आइये मिलकर आगे बढ़ें एवं प्रभु श्री राम के आशीर्वाद से देश की एकता अखण्डता और सुनहरे भविष्य की एक नई इबारत लिखें।
मंत्री रविन्द्र चौबे– अयोध्या मामले में सर्वेच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि सारे देश में इसका इंतजार था। संविधान के तहत ही हमारा हिंदुस्तान संचालित होता है। इसमें न्याय सर्वोपरि है। सर्वोच्च न्यायालय ने जो भी फैसला दिया समूचा देश उसको स्वीकार करेगा। उसी के आधार पर देश चलता है
सांसद संतोष पान्डेय– बीजेपी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए सभी लोगों से इसे शांतिपूर्ण तरीके से स्वीकार करने की अपील की है।
बीजेपी के महामंत्री और सांसद संतोष पान्डेय ने कहा कि फैसला ना तो किसी की जीत है और ना ही किसी की हार है। सुप्रीम कोर्ट का फैसला है जिसे सब शांति के साथ स्वीकार करें।
विधायक बृजमोहन अग्रवाल– ने कहा कि सर्वेच्च न्यायालय का फैसला ऐतिहासिक है। भारत की परंपरा रही है कि यहां सभी मिल-जुल कर रहते हैं। फैसले के बाद भी हिन्दुस्तान की शांति इस बात का सबूत है।
पूर्व मंत्री केदार कश्यप– का कहना है कि अयोध्या मामला किसी की जीत-हार नहीं है। सुप्रीप कोर्ट ने वाकय में सुप्रीम फैसला सुनाया है। भारत के लोगों को इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने सभी से अपील की है कि सौहार्द बनाए रखें।
विधायक देवेन्द्र यादव– ने कहा कि सर्वेच्च न्यायालय के फैसले का पूरा भारत स्वागत करता है। हम लोगों की भावना राम-रहीम और आपसी भाईचारे की है। उन्होंने कहा कि फैसला ना किसी की हार है ना किसी की जीत। निर्णय के बाद आपसी सौहार्द बनाए रखना सबसे महत्वपूर्ण है।
मंत्री रूद्रगुरू-ने कहा कि न्यायालय के फैसले के बाद कहा कि भारत की संस्कृति ही एकता में अनेकता की रही है। ये जो फैसला आया है वह धार्मिक सौहार्द के अनुरूप है और हम सभी को इसका सम्मान करना चाहिए।
रमेश मोदी– विश्व हिन्दू परिषद् के अंतर्राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रमेश मोदी ने अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए सभी समुदाय से इसे सहजता से स्वीकार करने की अपील की है।
मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आस्था के आधार पर नहीं बल्कि तथ्यों के आधार पर फैसला दिया है और मुस्लिम पक्ष को भी अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया है। लिहाजा पूरा फैसला बहुत ही सुन्दर और स्वागत योग्य है।
शैलेश नितिन त्रिवेदी-प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर का जो फैसला आया है, सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का हम आदर करते, सम्मान करते हैं। अयोध्या में भगवान राम के मंदिर निर्माण का कांग्रेस पार्टी स्वागत करती है।
सभी सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को मानते हैं। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी सभी से आपसी सदभाव भाईचारा, बनाये रखने की अपील करती है। हम सबसे निवेदन करते हैं कि छत्तीसगढ़ की गौरवशाली शांति की परस्पर सदभाव की परंपरा को सब बनाये रखे।
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