रायपुर। संचालक लोक शिक्षण संचालनालय एस. प्रकाश ने आज महासमुंद, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के हायर सेकण्डरी, हाई स्कूल, मिडिल और प्रायमरी स्कूल का औचक निरीक्षण किया।
एस. प्रकाश ने कसडोल विकासखंड के ग्राम बल्दाकछार में स्कूली बच्चों के साथ बैठक कर मध्यान्ह भोजन किया, ई-साक्षरता केन्द्र बलौदाबाजार के शिक्षार्थियों से रू-ब-रू भी हुए।
संचालक लोक शिक्षण सुबह महासमुंद जिले के बेलसोंडा हाईस्कूल पहुंचे और वहां अटल टिंकरिंग लैब का अवलोकन कर छात्र-छात्राओं से बातचीत की। मिडिल स्कूल में बच्चों से प्रश्न पूछा प्रथम विश्व युद्ध कब हुआ, सही उत्तर मिलने पर उन्होंने प्रोत्साहन स्वरूप चॉकलेट का वितरण किया। एक प्रश्न के उत्तर में कुछ छात्राओं ने बताया कि गणित से ज्यादा अंग्रेजी कठिन विषय लगता है।
एस. प्रकाश ने इस संबंध में अंग्रेजी विषय के अध्यापन पर विशेष जोर देने कहा। संचालक लोक शिक्षण इसके पश्चात अचानक मीडिल स्कूल छपोराडीह पहुंचे। यहां 11 शिक्षकों में से 9 शिक्षक उपस्थित मिले, एक शिक्षक अवकाश पर और दूसरा शिक्षक मान्यता के काम से माध्यमिक शिक्षा मंडल कार्यालय में काम से जाने की जानकारी दी गई। उन्होंने नाराजगी जताई कि जब सब कुछ ऑनलाईन हो रहा है तो जाने की क्या आवश्यकता है।
स्कूल में ‘लर्निंग आऊट कम’ अर्थात बच्चों की दक्षता संबंधी जानकारी दीवार पर नहीं लिखे जाने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए इस जानकारी को चस्पा करने और उसकी फोटो खींचकर भेजने के निर्देश संबंधित को दिए।
बोरिद प्रायमरी स्कूल में एक भी बच्चा ड्रॉप आऊट नहीं
संचालक श्री एस. प्रकाश दूरस्थ अंचल के हाथी प्रभावित क्षेत्र में 5 किलोमीटर कच्चे रास्ते से जाकर ग्राम बोरिद के प्रायमरी स्कूल पहुंचे। यहां एक शिक्षकीय स्कूल के बच्चों के परफारमेंस ने उन्हें अभिभूत कर दिया।
यहां उन्होंने सभी बच्चों को प्रोत्साहन स्वरूप चॉकलेट का वितरण किया। स्कूल के छात्र-छात्राओं ने न केवल कविता सुनाई बल्कि पुस्तकों के पाठों का पठन भी अच्छे से किया।
स्कूल के शिक्षक श्री बाबूलाल ध्रुव विद्यालय से संबंधित सभी जानकारी टीम्स-टी-एप में समय-समय पर अपलोड भी करते हैं। श्री प्रकाश ने शिक्षक की मेहनत की तारीफ की इस गांव की आबादी लगभग 400 है और स्कूल की विशेषता यह है कि एक भी बच्चा ड्रॉप आऊट नहीं है।
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