कई वर्षों से अदालत में चल रहे अयोध्या के रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई अब अंतिम दौर में चल रही है। सुप्रीम कोर्ट में 17 अक्टूबर से पहले ही इस मामले की सुनवाई खत्म होनी है यानी अब सिर्फ 3 दिन की सुनवाई बाकी है।
सोमवार को अदालत में मुस्लिम पक्ष की ओर से दलीलें रखी गईं, अब मंगलवार को हिंदू पक्ष अपनी अंतिम दलीलें शुरू करेगा। मंगलवार को इस मसले की सुनवाई का 39वां दिन है।
16 अक्टूबर तक खत्म होगी सुनवाई?
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई खत्म करने के लिए 17 अक्टूबर तक का समय दिया था, लेकिन सोमवार को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने सुनवाई को 16 तक ही खत्म करने की ओर इशारा किया। अब दो दिन सिर्फ हिंदू पक्ष अपनी अंतिम दलीलें रखेंगे।
‘सिर्फ मुस्लिम पक्ष से पूछे जा रहे सवाल?’
सोमवार को मुस्लिम पक्ष की ओर से राजीव धवन ने अदालत में कहा कि उन्हें लगता है कि अदालत सिर्फ उनसे ही सवाल पूछ रही है, हिंदू पक्ष की ओर कोई सवाल नहीं उठ रहा है।
हालांकि, अदालत ने उनके इस सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की थी। साथ ही मुस्लिम पक्ष ने कहा कि श्रद्धा-स्कन्द पुराण के आधार पर जमीन पर कब्जा नहीं मिलता है, ऐसे में अयोध्या की ज़मीन को मुस्लिम पक्ष को ही सौंपा जाए।
अदालत की ओर से सोमवार को सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन जफर फारूकी को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया गया। सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले की सुनवाई अब अंतिम दौर में है, ऐसे में अयोध्या में भी सुरक्षा को बढ़ाया गया है। यूपी सरकार की ओर से अयोध्या जिले में धारा 144 लगाई गई है। योगी सरकार की ओर से एक बार फिर दिवाली पर धूमधाम से अयोध्या को सजाया जाएगा।
कौन कर रहा है अयोध्या मामले की सुनवाई?
चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के अलावा इस मामले की सुनवाई कर रही संविधान पीठ में जस्टिस एस।ए। बोबड़े, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस एसए नज़ीर भी शामिल हैं।
मध्यस्थता की कोशिशें असफल होने के बाद से 6 अगस्त को इस मामले की रोजाना सुनवाई शुरू हुई थी, तब से लेकर अबतक हफ्ते में पांच दिन इस मसले की सुनवाई हो रही है।
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