भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला पुणे के एमसीए स्टेडियम में खेला जा रहा है। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने एक विकेट गंवाकर 34 रन बना लिए हैं। चेतेश्वर पुजारा (0 रन) और मयंक अग्रवाल (13 रन) क्रीज पर हैं।
टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। पिछले मैच के हीरो रोहित शर्मा 14 रन बनाकर आउट हो गए। रोहित शर्मा को कैगिसो रबाडा ने विकेट के पीछे क्विंटन डि कॉक के हाथों कैच आउट करा कर पवेलियन लौटा दिया।
इससे पहले टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और मेजबान अफ्रीका को गेंदबाजी सौंपी। टीम इंडिया में एक बदलाव हुआ है। हनुमा विहारी की जगह उमेश यादव को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया गया है। वहीं साउथ अफ्रीका ने डेन पीट की जगह एरिक नॉर्टजे को अंतिम 11 में शामिल किया है।
यह टेस्ट मैच विराट कोहली का बतौर कप्तान 50वां टेस्ट मैच है। वह ऐसा करने वाले भारत के दूसरे कप्तान हैं। उनसे पहले महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए 50 से ज्यादा टेस्ट मैचों में कप्तानी की है।
सीरीज जीतने से बनेगा ये बड़ा रिकॉर्ड
भारतीय टीम घरेलू सरजमीं पर रिकॉर्ड लगातार 11वीं टेस्ट सीरीज जीतने की दहलीज पह है। टीम इंडिया अपनी धरती पर फरवरी 2013 से लगातार टेस्ट सीरीज जीत रही है। फिलहाल भारत और ऑस्ट्रेलिया लगातार 10-10 टेस्ट घरेलू सीरीज जीतकर बराबरी पर हैं। ऑस्ट्रेलिया ने दो बार (नवंबर 1994 से नवंबर 2000 और जुलाई 2004 से नवंबर 2008) अपनी धरती पर लगातार 10-10 टेस्ट सीरीज जीती है।
शीर्षक्रम की समस्या सुलझती नजर आ रही
रोहित शर्मा ने लगातार दो शतक जमाकर टेस्ट क्रिकेट में एक बेहतरीन सलामी बल्लेबाज के रूप में उभरने के संकेत दिए हैं। मयंक अग्रवाल भी हर मौके को भुनाने के फन में माहिर हैं। विशाखापत्तनम में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला दोहरा शतक जड़ा, जिससे कम से कम घरेलू हालात में तो भारत की शीर्षक्रम की समस्या सुलझती नजर आ रही है।
निगाहें पिच पर, स्पिनरों को मिलेगी मदद?
भारत को इसके बाद बांग्लादेश से भी दो टेस्ट खेलने हैं। रोहित और मयंक के अलावा भारत के पास कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी जैसे बल्लेबाज भी हैं। इसी मैदान पर पिछली बार 2017 में स्पिनरों की मददगार पिच पर ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने भारतीय बल्लेबाजों की हालत खस्ता कर दी थी।उस तरह की पिच मिलने की संभावना हालांकि इस बार नहीं है।
धूम मचा सकती है अश्विन-जडेजा की जोड़ी
क्यूरेटर पांडुरंग सालगांवकर यदि उससे मिलती जुलती पिच बनाते भी हैं, तो भारत के पास आर। अश्विन और रवींद्र जडेजा के रूप में विश्व स्तरीय स्पिनर हैं। पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के लिए डीन एल्गर और क्विंटन डि कॉक ने भले ही शतक जमाया, लेकिन 2017 में जिस तरह स्टीव स्मिथ ने यहां बल्लेबाजी की थी, उसे दोहरा पाना संभव नहीं है।
शमी-ईशांत ने बुमराह की कमी महसूस नहीं होने दी
पिछले मैच में आठ विकेट लेने वाले अश्विन और हरफनमौला प्रदर्शन में माहिर जडेजा से पार पाना दक्षिण अफ्रीका के लिए टेढी खीर साबित हो रहा है। इसके अलावा धीमे विकेटों पर नई और पुरानी गेंद से मोहम्मद शमी का शानदार प्रदर्शन भी भारत के पक्ष में रहा है। ईशांत शर्मा ने भी उनका बखूबी साथ दिया। दोनों का तालमेल ऐसा था कि जसप्रीत बुमराह की कमी महसूस नहीं हुई।
पुणे की पिच पर ऐसे हैं आंकड़े
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में इस पिच ने 2013 में पदार्पण किया था। इसे घरेलू क्रिकेट में फ्लैट पिच माना जाता है। ईएसपीएनक्रिकइंफो की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस मैदान पर पिछले 26 प्रथम श्रेणी मैचों में 10 खिलाड़ियों ने 150 से ज्यादा का निजी स्कोर किया है। इसके अलावा तीन दोहरे और दो तिहरे शतक भी इस मैदान पर लग चुके हैं। 26 में से 13 मैच ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं।
प्लेइंग इलेवन –
भारत: विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, ऋद्धिमान साहा, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव और ईशांत शर्मा।
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), टेम्बा बावूमा, थ्युनिस डि ब्रुइन, क्विंटन डि कॉक, डीन एल्गर, केशव महाराज, एडेन मार्करम, सेनुरन मुथुसामी, एरिक नॉर्टजे, वर्नोन फिलेंडर और कैगिसो रबाडा।
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