रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने सरल-सहज स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। इसका उदाहरण आज एक बार फिर से देखने को मिला। गांधी जयंती के अवसर पर जयस्तंभ चौक से गांधी मैदान तक आयोजित पदयात्रा में शामिल एक नन्हीं मूक-बधिर बच्ची को देख मुख्यमंत्री से रहा नहीं गया और उन्होंने उस बच्ची को गोद में उठा लिया।
आज राजधानी में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर सुबह जयस्तंभ चैक से गांधी मैदान तक बच्चा-बच्चा गांधी की थीम पर पदयात्रा निकाली गयी।
पदयात्रा में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चें गांधी की वेशभूषा में पहुंचे और पदयात्रा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पदयात्रा की अगुवाई की। इसी दौरान मुख्यमंत्री श्री बघेल की नजर एक मूक-बधिर बच्ची हनी पर जा टिकी।
मुख्यमंत्री ने उसकी मासूमियत देखते ही उसे अपनी गोद में उठा लिया और काफी दूर तक बच्ची को गोद में उठाए रखा। मुख्यमंत्री ने बच्ची के उज्जवल भविष्य की शुभकामना देते हुए उसे अपना आशीर्वाद भी दिया।
गांधी मैदान में सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वर्ष 1933 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने छत्तीसगढ़ के इसी ऐतिहासिक मैदान में आमसभा की थी। आज छत्तीसगढ़ का बच्चा.बच्चा उन्हीं के पदचिन्हों पर धोती, लाठी और टोपी पहनकर उनका अनुसरण करते हुए उपस्थित है।
इसके पहले जयस्तंभ चौक में मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी बने इन बच्चों का स्वागत किया और कहा कि हजारों की संख्या में बच्चों का महात्मा गांधी का वेशभूषा पहनकर आना एक अभिनव कार्य है। उन्होंने कहा महात्मा गांधी ने सत्य, अहिंसा सहित जो संदेश और आदर्शों दिया है, उस पर चलकर हमें छत्तीसगढ़ और देश का निर्माण करना है।
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