कोंडागांव। जो टायर लोगो को उनकी मंजिल तक पहुंचाने के बाद बेकार हो चुके है वही टायर अब लोगों की जान बचाने के काम आ रहे हैं।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की कोंडागांव पुलिस (Kondagaon Police) एक नई पहल करते हुए कबाड़ में पड़े पुराने टायरों से जुगाड़ का देशी ब्लुमर और बांस से स्टॉपर तैयार किया है। पुलिस (Police) इस देशी जुगाड़ से लोगों की जान बचाने की कोशिश कर रही है। पुलिस का दावा है कि इस जुगाड़ से सफलता भी मिल रही है।
पुलिस (Police) विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार कोंडागांव (Kondagaon) जिले में साल 2018 में कुल 269 सड़क हादसे हुए। इनमें से 259 में घायल और 135 में लोगों की जान चली गई।
इसके बाद जनवरी 2019 से अगस्त तक 201 कुल हादसे हुए। जिसमें 251 लोग घायल हो गए। इनमें 101 मृतक शामिल हैं। देशी जुगाड़ के बाद सितम्बर महीने में कुल दुर्घटना 15 हुईं। इनमें से 12 घायल हुए हैं। जबकि 4 मृतक हैं।
हाईवे पर की व्यवस्था
दरअसल बस्तर की लाईफ लाईन कहे जाने वाले नेशनल हाईवे 30 में अक्सर भीषण सड़क हादसे होते रहे है जिसमे कई लोगो ने अपनी जान गंवाई है। आकंड़ों की बात की जाए तो बीते तीन साल के दौरान दुर्घटना के साथ हर माह जान गवाने वालों की संख्या दहाई अंकों में रही है।
यातायात प्रभारी अर्चना धुरंधर ने बताया कि दुर्घटना रोकने की लगातार कोशिश की जा रही है। सितंबर महीने में काफी हद तक इस पर अंकुश लगाया गया है।
इसलिए की कवायद
एनएच 30 में ग्रामीण अंचल की सड़के भी आकर मिलती हैं। सडकों के इस जंक्शन पर कोई सिग्नल नहीं होने से अक्सर दुर्घटनाये होती हैं। ट्रैफिक प्रभारी अर्चना धुरंधर ने कहा कि सीधी सपाट सड़क है, लेकिन पुल-पुलिया कर्व में है। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए टायर और सेंड बैग रखा गया है। ताकि दुर्घना के साथ केजूवल्टी में कमी आए। इसका फायदा देखने को भी मिल रहा है।
इस तर्ज पर की व्यवस्था
सड़क दुर्घटनाओ में कमी लाने के साथ ही लोगो की जान बचाने के लिए कोंडागांव पुलिस ने दूसरे देश में चल रही व्यवस्था की तर्ज पर कबाड़ में पड़े पुराने टायरों से जुगाड़ कर ब्लुमर बनाया है।
कोंडागांव एसपी सुजीत कुमार ने बताया कि स्पीड को रोकने के साथ होने वाली दुर्घटना में लोगो को मौत से बचाने के लिए पुराने टायर से देशी ब्लूमर बनाया गया है, जो लाभकारी है।
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