व्यक्तिगत दावे पर पुनर्विचार…विक्रम बैगा को मिली आधा हेक्टेयर जमीन…विक्रम ने कहा जमीन का मालिकाना हक दिलाकर…मुख्यमंत्री सबसे बड़े हितैषी

रायपुर। राजस्व भूमि के व्यक्तिगत दावे पर पुनर्विचार के बाद विक्रम बैगा को आधा हेक्टेयर जमीन दे दी गई हैं। इस भूमि के लिए इसके पूर्व विक्रम बैगा का आवेदन समिति द्वारा निरस्त कर दिया गया था।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वन, राजस्व भू-अधिकार अधिनियम 2005 के तहत भूमि के दावे हेतु प्राप्त ऐसे आवेदन जिन्हें निरस्त कर दिया गया था, पर पुनर्विचार कर निर्णय लेने के निर्देश सभी राजस्व, वन विभाग के अधिकारियों को दिए थे।
कोरिया जिले के भरतपुर तहसील के ग्राम शेरी के निवासी बैगा जनजाति के विक्रम पिता स्वर्गीय तिजवा बैगा विगत कई वर्षों से अपने परिवार के साथ निवासरत हैं। उन्होंने वन भूमि के आधा हेक्टेयर रकबे के व्यक्तिगत दावे के लिए आवेदन किया था।
पूर्व में उनके द्वारा प्रस्तुत आवेदन किसी कारण से निरस्त होने पर प्रशासन द्वारा उन्हें पुन: आवेदन हेतु आग्रह किया गया। आवेदन पश्चात् प्रशासनिक प्रक्रिया का पालन करते हुए उनके आवेदन अनुसार चाहे गए रकबे का अनुमोदन कर उन्हें पट्टा वितरण कर दिया गया है।
जिसका खसरा क्रमांक 312 है। वे सभी जगह प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस जमीन का उपभोग हम वर्षों से करते आ रहे हैं, उसका मालिकाना हक दिलाकर मुख्यमंत्री हमारे लिए सबसे बड़े हितैषी हो गये हैं।
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