VHP में 52 साल में पहली बार चुनाव, पूर्व जज व गर्वनर बने अध्यक्ष, तोगाडिय़ा को झटका

नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) में प्रवीण तोगडिय़ा युग समाप्त हो गया। वीएचपी ने शनिवार को पूर्व राज्यपाल विष्णु सदाशिव कोकजे को वीएचपी का नया अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुना लिया है। कोकजे ने तोगडिय़ा के करीबी राघव रेड्डी को हराया। कोकजे अब तोगडिय़ा की जगह लेंगे। अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए 192 लोगों ने वोट डाले, जिसमें से 131 वोट कोकजे के पक्ष में और 60 वोट राघव रेड्डी के पक्ष में पड़े। वहीं एक वोट अवैध करार दिया गया। राम मंदिर के मसले पर संसद के द्वारा कानून बनाए जाने की मांग पर अड़े तोगडिय़ा काफी समय से आरएसएस और बीजेपी से नाराज चल रहे हैं। वहीं खुले तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी आलोचना कर चुके हैं।
ऐसे में तोगडिय़ा या उनके करीबियों का चुना जाना पहले से भी असंभव माना जा रहा था। 29 अगस्त 1964 में वीएचपी की स्थापना हुई थी। इसके बाद आज पहली बार चुनाव के माध्यम से वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष को चुना गया है। वीएचपी के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने भी बताया कि विश्व हिंदू परिषद में चुनाव 52 साल में पहली बार हो रहा है। ये चुनाव इसलिए हो रहा है, क्योंकि एक वर्ग ने संगठन के पद में बदलाव की बात कही और दूसरे वर्ग ने पद छोडऩे से मना कर दिया। विष्णु सदाशिव कोकजे हिमाचल प्रदेश के पूर्व गवर्नर एवं मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के पूर्व जज रह चुके हैं। चुनाव से पहले तोगडिय़ा कैंप की ओर से आरोप लगाया जा रहा है कि कोकजे का हिंदुत्व से कोई लेना-देना नहीं है।
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