जगदलपुर। चुनाव के दौरान नक्सलियों द्वारा हिंसक वारदातों को अंजाम दिए जाने की आशंकावश बस्तर पुलिस ने नए सिरे से सुविचारित रणनीति के तहत सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं। दंतेवाड़ा के सीमावर्ती जिलों की सीमाएं सील कर, समूचे जिले में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
अत्याधुनिक हथियारों से लैस हेलीकाप्टरों से हवाई निगरानी की जाएगी। प्रत्येक नक्सली संवेदनशील इलाकों में देश के नामी गिरामी सुरक्षा बलों के हजारों पराक्रमी जवान तैनात किए गए हैं।
बस्तर आईजी विवेकानंद सिंहा ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती जिलों समेत नक्सल प्रभावी इलाकों में सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीएएफ एवं एसटीएफ के जवान मुस्तैदी से गश्त कर रहे हैं। चुनाव निर्विघ्र संपन्नता के नजरिए से हजारों जवानों को जंगल के अतिसंवेदनशील इलाकों में रवाना किया गया है।
हेलीकाप्टर से हवाई निरीक्षण कर संदिग्ध ठिकानों की खोजबीन की जा रही है। जंगल में नक्सलियों से कारगर एवं प्रभावी ढंग से निपटने गुरिल्लावार युद्ध में दक्ष जवानों की तैनाती की गयी है।
समूचे सुरक्षा बलों को निरंतर सर्चिंग कर, कड़ी चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जिले के हरेक थाना क्षेत्रों में सादे वेश में खुफिया पुलिस कर्मियों को निगरानी रखने की हिदायत दी गई है।
उन्होंने बताया कि अतिसंवेदनशील इलाकों में बारूदी सुरंग एवं पे्रशर बम विस्फोट की गंध सूंघने डाग स्कवाड का इस्तेमाल किया जा रहा है साथ ही बम निरोधक दस्तों को भी विशेष हिदायत के साथ गहन सर्चिंग व छानबीन की जवाबदेही सौंपी गयी है।
वाहनों की सघन तलाशी
उन्होंने बताया कि जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्ठ पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तर, ठहरने के स्थान एवं आवास स्थलों के आसपास सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं। संदिग्ध लोगों की घुसपैठ रोकने सीमावर्ती जिले के प्रवेश द्वार पर स्थापित नाकों पर वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है।
सड़कों पर विशेष निगरानी रखते हुए गश्त बढ़ा दी गयी है। सुरक्षा कर्मियों को सतर्कता के साथ निर्दिष्ट पुलिस नियमावली का पालन करते हुए ड्यूटी लेस व्हीकल अर्थात पैदल चलने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
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