रायपुर। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस नेत्रदान की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मृत्यु के बाद भी यदि हमारा शरीर किसी के काम आ सके तो यह संतोष की बात है। नेत्रदान के प्रति भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत है।
इसमें एक छोटा सा कट लगाकर केवल आंख का कार्निया निकाला जाता है। इसमें किसी भी तरीके से आंख या शरीर क्षत-विक्षत नहीं होता। नेत्रदान के बाद आपकी आंखें किसी और की भी जिंदगी रोशन कर सकती हैं।
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