रायपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आईटीएम विश्वविद्यालय के 300 विद्यार्थियों के साथ विश्वविद्यालय के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया गया। विश्वविद्यालय द्वारा गेट बंद कर दिया गया अंदर जाने नही दिया गया, इसके बाद गेट में ही अभविप और विद्यार्थियों द्वारा धरना दिया गया। जिसके बाद कुलपति को आना पड़ा।
बताया जा रहा है कि विश्वविद्यालय और प्रशासन के मतभेद में 300 विद्यार्थियों का भविष्य अंधकार में है। बी.एस.सी. (मेडिकल लैब टेक्निशियन) में पढ़ रहे विद्यार्थियों को प्रशासन द्वारा अमान्य किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय के द्वारा बताया जा रहा है कि शासन उन्हें मान्यता दिया विषय को संचालित करने के लिए, पर विद्यार्थी एक साल से भटक रहे हैं। पर अभी तक कोई निराकरण नहीं निकल पाया। अभविप ने 5 अगस्त को विश्वविद्यालय प्रशासन को एक महीने के समय दिया था जिससे जल्द इसमे कोई निराकरण कर विद्यार्थियों को न्याय दे।
परंतु अभी तक कोई निराकरण नहीं निकल पाया है। आज अभविप ने ज्ञापन शौपा की जल्द निराकरण करे या विद्यार्थियों का फीस वापस किया जाए। जिसमे कुलपति द्वारा आज पूरे दस्तावेज दिखाया गया है प्रशासन के तरफ से लेट-लतीफी हो रही है प्रशासन को ही नहीं मालूम है नियम पैरामेडिकल कॉउन्सिल के। विद्यार्थियों अमान्य करने का प्रशासन द्वारा लिखित में कुछ नही दिया जा रहा है।
अभविप जल्द पैरामेडिकल कॉउन्सिल और स्वास्थ्य मंत्री का घेराव कर 300 विद्यार्थियों को वैध करवाने की लड़ाई लड़ेगी।
इस प्रदर्शन में विभाग संयोजक विकास मित्तल, पूर्व विश्वविद्यालय अध्यक्ष नयन जैन,महानगर सह मंत्री अखिलेश त्रिपाठी,अमन यादव,शेखर झा ,आकाश शर्मा ,राजेश,राकेश,सुमित,आदि सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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