रायपुर। नाइजीरियन युवक सोशल मीडिया के फेस बुक के माध्यम से देश भर में महिलाओं को फंसाकर ठगी करता था। पुलिस ने उसे दिल्ली से गिरफ्तार किया है। नाइजीरियन युवक का अंतर्राष्ट्रीय गिरोह है।
युवक फेसबुक के माध्यम से चेट कर महिलाओं से धीरे-धीरे संपर्क करता था। युवक वे एक महिला को जुते, बैग और पैसे पार्सल में भेजने का झांसा देकर अनपा शिकार बनाया। पार्सल सामान का एयरपोर्ट क्लियेरेंस, एंटिक टेरेरिस्ट सर्टिफिकेट एवं टैक्स के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने के बाद और पैसों की कर रहा था मांग।
युवक अब तक महिला से पांच लाख दस हजार रूपये अलग-अलग बैंक खातों के माध्यम से ठगी कर चुका है। आरोपी के कब्जे से 1 लैपटॉप, 8 मोबाइल, पासपोर्ट, विजा, वाई-फाई राउटर, नगदी 47,500 रूपये एवं 05 नग विदेशी नाइजीरियन करेंसी जब्त किया गया है।
आरोपी युवक के खिलाफ एक महिला ने राजधानी रायपुर के सिविल लाईन थाना में अपराध दर्ज करवाया था। महिला के अनुसार युवक से अगस्त 2019 में फेसबुक के माध्यम से दोस्ती हुई थी।
उसने अपना नाम एलेक्स एंटोनी बताया था। एक दिन युवक ने महिला को फोन कर बताया कि आपके लिए कुछ आयटम जैसे- जुते, बैग और कुछ पैसे पार्सल में डालकर भेज दिया हूं। दूसरे दिन प्रार्थिया के मोबाइल पर फोन आया कि आपको सामान का एयरपोर्ट क्लियेरेंस के लिए 50 हजार रूपये की राशि देनी पड़ेगी और प्रार्थिया के मोबाइल फोन पर एकाउंट नंबर मैसेज के माध्यम से भेज दी।
जिस पर प्रार्थिया ने एजेंट द्वारा दिये गये खाते में 50,000 रूपये जमा कर दी। दूसरे दिन एजेंट ने प्रार्थिया को दूसरे मोबाईल नंबर से फोन कर बताया गया कि एंटिक टेरेरिस्ट सर्टिफिकेट के लिए उसे 1,45,000 हजार रूपये जमा करने होंगे क्योंकि पार्सल के अंदर राशि भी है जो कि पाउन्डस में है और इंडिया में पार्सल के अंदर फॉरेन करेंसी एलाउड नहीं है और यह रकम पार्सल के डिलवरी के निकलते ही रिफन्ड हो जाएगा।
महिला ने दो दिनों में उसके द्वारा दिये गये अलग-अलग एकाउंट नंबरों में 1,45,000 हजार रूपये आन लाइन जमा कर दी। अगले दिन एजेंट ने पुन: प्रार्थिया को फोन कर कहा कि फायनेंस मिनिस्ट्री को टैक्स देना पडेगा क्योंकि पार्सल में रकम बहुत ज्यादा है तो बिना टैक्स पटाए रिलिस नहीं किया जायेगा।
इसके लिए 3,60,000 रूपये की मांग की गई। महिला ने 3 दिनों बाद अलग – अलग तिथियों में 3,15,000 रूपये जमा कर दी। इसके बाद भी उन लोगों के द्वारा प्रार्थिया से फाइनेंस मिनिस्ट्री की तरफ से पार्सल रिलिज कराने के लिए 6 लाख रूपये मांगा जा रहा है, जिस पर प्रार्थिया को अपने साथ ठगी होने का अहसास हुआ। तब महिला ने पुलिस में शिकायत की।
पुलिस ने आरोपियों एवं प्रार्थिया के मध्य फेसबुक के जिस आई डी व मैसेज तथा मोबाईल नंबरों के माध्यम से बातचीत हुई थी उक्त आई डी एवं मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ- साथ प्रार्थिया द्वारा बताये गये खाते, जिनमें प्रार्थिया द्वारा पैसे जमा किये गये थे के संबंध में भी बैंक से जानकारी प्राप्त की गई।
आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण व बैंक खातों के माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर आरोपियों की लोकेशन चिन्हांकित की। प्राप्त लोकेशन के आधार पर टीम दिल्ली रवाना हुई। आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर, फेसबुक आई डी व बैंक खातों के नाम व पते फर्जी थे तथा उन मोबाईल नंबरों एवं बैंक खातों का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को कारित करने के लिए किया गया था।
दिल्ली में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर आरोपी के थाना डाबरी क्षेत्र में निवास करने के संबंध में अहम सुराग प्राप्त हुआ। जिस पर टीम ने नाइजीरियन नागरिक आरोपी क्रिस्टोफर को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा प्रार्थिया को अपने झांसे में लेकर प्रलोभन देकर पैसे लेने की बात स्वीकार किया गया। गिरफ्तार आरोपी युवक चिडीबेरे बेनार्ड निवासी असाबा नाइजीरिया है।
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