मुरैना। पुलिस थानों में अब तक चोर-बदमाशों व अपराधियों को बंद होते तो देखा व सुना होगा लेकिन मध्य प्रदेश के मुरैना शहर में एक बकरे को अपनी पूरी रात पुलिस कस्टडी में गुजारनी पड़ी।
बकरे का कुसूर सिर्फ इतना था कि वह एक वीआईपी जज के बंगले में घुस गया था। सुबह जब बकरे के मालिक को यह बात पता चली तो कोतवाली पहुंचा और अपने बकरे को छुड़ाकर ले गया।
मुरैना शहर की वाटर वर्क्स कॉलोनी में रहने वाला दीपक वाल्मीकि का बकरा शनिवार की शाम छूटकर भाग गया था। यह बकरा कोतवाली के पास स्थित एक वीआईपी के बंगले में घुस गया और उत्पात मचाने लगा। सूत्रों के अनुसार वीआईपी का नाम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद अनीफ खान बताया जा रहा है।
वीआईपी ने तत्काल सिटी कोतवाली फोन कर इसकी सूचना दी। वीआईपी से जुड़ा मामला था इसलिए तत्काल कोतवाली के पुलिसकर्मी बंगले में घुसे और बकरे को पकड़कर सिटी कोतवाली के अंदर बंद कर दिया। बकरे को पूरी रात कोतवाली में गुजारनी पड़ी।
सुबह जब बकरा मालिक दीपक वाल्मीकि अपने बकरे को ढूंढते हुए कोतवाली पहुंचा तो उसे पूरे वाकये की जानकारी हुई। सिटी कोतवाली पुलिस ने रोजनामचा में बकरा मालिक का नाम व पता दर्ज कर बकरे को उसके सुपुर्द कर दिया।
इस पूरे मामले में रोचक बात यह है कि जब पुलिस ने वीआईपी के बंगले से बकरा पकड़ा तो वह असमंजस में पड़ गई क्योंकि पुलिसकर्मियों को डर था कि कहीं बकरे को रात में छोड़ दिया और इसे कोई और पकड़कर ले गया तो सुबह वीआईपी के सवालों का क्या जवाब देंगे। ऐसे में पुलिस ने रातभर बकरे को कस्टडी में रखा।सिटी कोतवाली टीआई शिवसिंह यादव ने बताया कि हमें किसी ने रात में सूचना दी कि एक बकरा घूम रहा है।
हमने सोचा कि कोई रात में बकरे को पकड़कर ले जाएगा या काटकर खा जाए तो किसी गरीब का नुकसान होगा। इसलिए हमने उसे रातभर थाना परिसर में रखा। सुबह जब उसका मालिक आ गया तो उसके सुपुर्द कर दिया गया।
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