छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़: अनियंत्रित होकर ट्रक अंबेडकर चौक पर जा भिड़ा… लोगों ने किया जमकर हंगामा…

महासमुंद। आज प्रात: लगभग साढ़े 7 बजे एक भारी भरकम ट्रक अनियंत्रित होकर महासमुंद के तुमगांव चौक स्थित बाबा साहब अंबेडकर की आदमकद प्रतिमा में जा टकराई। इससे बाबा अंबेडकर की प्रतिमा को क्षति पहुुंची है और जिस चौड़ी पर उनकी प्रतिमा खड़ी थी, वह उखड़ चुकी है। हादसा होते ही सडक़ में चारों ओर जाम की स्थिति निर्मित हो गई। हालांकि पुलिस हस्तक्षेप के बाद यातायात व्यवस्था बहाल कर ली गई लेकिन बाबा साहब के अनुयायियों में इस बात को लेकर काफी आक्रोष है।

इसे लेकर कई समाज के प्रतिनिधियों ने कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। इसकी खबर सुनते ही नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर, बौद्ध महासभा के संरक्षक पीजी बंसोड़, बौद्ध महासभा के अध्यक्ष शंकर नंदेश्वर और भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य राजू बाघमारे अपने साथियों समेत घटनास्थल पहुंचे, उन्होंने घटना स्थल का मुआयना किया। मालूम हो कि बार-बार उक्त प्रतिमा के क्षतिग्रस्त होने से आहत अनुसूचित जाति मोर्चा और बौद्ध महासभा ने पहले ही नपाध्यक्ष के अलावा शासन-प्रशासन से मांग की थी कि बाबा साहब की प्रतिमा को नगर के किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाकर स्थापित किया जाए। लेकिन अभी तक उनकी बातें अनसुुनी कर दी गई थीं। आज नपाध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर ने कहा है कि अतिशीघ्र उक्त प्रतिमा को अन्यत्र स्थापित कर उनका संरक्षण किया जाएगा।

गौरतलब है कि उक्त स्थान पर यह प्रतिमा 20 सालों से स्थापित है। यह चौक शहर के भीतर से गुजरनेवाली राष्ट्रीय राजमार्ग के तिराहे पर स्थित है। यहां से एक सडक़ तुमगांव की ओर जाती है, दूसरी सडक़ रायपुर की ओर और तीसरी सडक़ महासमुंद की ओर आती है। शहर से गुजरने वाली राजमार्ग बहुत संकरी है फिर भी उसके बीच में डिवाइडर बना दी गई है। इससे आवाजाही के लिए दोनों रास्ते और भी संकरे हुए हैं। इस रास्ते भारी भरकम वाहनों की आवाजाही लगातार होती है। लिहाजा रायपुर की ओर से आने वाली अधिकांश वाहन इस मूर्ति से टकरा जाती है और बार-बार बाबा साहब की प्रतिमा खंडित होते रहती है।

इससे अनुसूचित जाति मार्चा और बौध्द महासभा काफी नाराज है और तत्काल उक्त मूर्ति को अन्यत्र सुरक्षित स्थान पर स्थापित करने की मांग कर रहे हैं। समाज के संरक्षक बीएल बलेकेर, राजेश्वर आर भालेराव, बीपी मेश्राम, दिलीप मोरघरे, राजेश गजभिये, रतन कामड़े, विनोद मेश्राम, सुरेश सोमकुंवर, दिनेश बंजारे, देवेन्द्र मेश्राम, आकाश चौरे, चमन कुर्रे आदि ने चेतावनी दी है कि अतिशीघ्र उक्त प्रतिमा को अन्यत्र स्थापित नहीं किया जाता है तो उग्र आंदोलन निश्चित है।

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