
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस मुठभेड़ में 15 नक्सलियों के मारे जाने का छग पुलिस का दावा पर संदेह जताते हुए छग आम आदमी पार्टी (आप) ने इस घटना की न्यायिक जांच की मांग शासन से की है। आप ने अपने स्तर पर इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी भी बनाई है।
आप पार्टी के नेता मुन्ना बिसेन व उत्तम जायसवाल ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि आप पार्टी के आदिवासी मोर्चे की अध्यक्ष सोनी सोढ़ी ने 7 अगस्त को सुकमा में मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी। उनका कहना है कि पुलिस ने निर्दोष ग्रामीणों की खुलेआम हत्या कर उन्हें नक्सली बता दिया है। जिन लोगों को पुलिस ने मार गिराया है वह सामान्य किसान थे। इन 15 मृतकों में से 6 तो नाबालिग थे जो घटना के समय अपने खेतों मेंं काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में निर्दोष ग्रामीणों को मौत के घाट उतारने का यह पहला मामला नहीं है। आप नेताओं ने बताया कि इस घटना की जांच के लिए पार्टी ने एक जांच दल का गठन किया है। गठित दल में आप आदिवासी मोर्चे की अध्यक्ष सोनी सोरी, बस्तर लोकसभा अध्यक्ष रोहित सिंह आर्य, केंद्रीय पर्यवेक्षक भानु भारतीय और कोंटा विधानसभा सीट से पार्टी प्रत्याशी रामदेव बघेल को शामिल किया गया है।
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