
रायपुर। प्रदेश के शासकीय अधिकारी-कर्मचारी छत्तीसगढ़ी भाषा सीख रहे हैं। जो अधिकारी-कर्मचारी छत्तीसगढ़ी भाषा नहीं जानते उन सभी को छत्तीसगढ़ी भाषा सिखाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी दफ्तरों के कर्मचारी अब छत्तीसगढ़ी में बोलते हुए दिखाई देंगे।
संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत कल नया रायपुर के इन्द्रवती भवन में आयोजित दो दिवसीय छत्तीसगढ़ी भाषा प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए। इन्द्रावती भवन में अधिकारियों और कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ी भाषा सिखाने के लिए संचालनालय राजपत्रित अधिकारी संघ, शासकीय संयुक्त कर्मचारी संघ के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के सहयोग से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इसमें लगभग 200 अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए और छत्तीसगढ़ भाषा का ज्ञान प्राप्त किया। कार्यक्रम में बताया गया कि इन्द्रावती भवन में लगभग साढ़े चार हजार कर्मी हैं, इनमें जो छत्तीसगढ़ी भाषा नहीं जानते उन सभी को छत्तीसगढ़ी भाषा सिखाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन होता रहेगा।
संस्कृति मंत्री भगत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में कहा कि छत्तीसगढ़वासियों से जीवंत संपर्क के लिए उनसे छत्तीसगढ़ी भाषा में बातचीत करना चाहिए। इसके लिए सभी को छत्तीसगढ़ी भाषा सीखना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा कलेण्डर बनाया जाएगा जिसमें छत्तीसगढ़ के तीज-त्यौहारों को शामिल किया जाएगा। भगत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को निरन्तर जारी रखने की बात भी कही। उन्होंने प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजकों और प्रशिक्षणार्थियों को बधाई दी।
इस मौके पर मंत्री अमरजीत भगत को आयोजकों द्वारा शॉल, फल और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर संचालक, कोष, लेखा एवं पेंशन महादेव कांवरे, राजपत्रित अधिकारी संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा और प्रशिक्षक सुधीर शर्मा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।
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