रायपुर। सीबीएसई ने केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। सीबीएसई ने ऐलान किया है कि सीटीईटी के 13वें संस्करण का आयोजन 8 दिसंबर को किया जाएगा। सीटीईटी दिसंबर 2019 की परीक्षा पूरे देश में 110 शहरों में 20 भाषाओं में आयोजित होगी। नोटिफिकेशन में परीक्षा की भाषा, योग्यता, सिलेबस, शुल्क, शहर समेत तमाम जानकारियां होंगी।
सीटीईटी दिसंबर- 2019 के लिए आवेदन की प्रक्रिया 19 अगस्त से शुरू होगी। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 18 सितंबर तय की गई है। 23 सितंबर दोपहर 3.30 बजे तक फीस का भुगतान किया जा सकेगा। ज्ञात हो कि सीबीएसई द्वारा वर्ष में दो बार (जुलाई एवं दिसंबर) सीटीईटी परीक्षा आयोजित की जाती है।
7 जुलाई को आयोजित हुई सीटीईटी परीक्षा का रिजल्ट 30 जुलाई को आया था। सीटेट जुलाई में 29 लाख 22 हजार अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। इसमें 23 लाख 77 हजार अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
सीबीएसई की मानें तो पहली बार सीटीईटी का परिणाम मात्र 23 दिनों में जारी किया गया है। इनमें से 3.52 लाख अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए थे। परीक्षा 114 शहरों में हुई थी। कक्षा 1 से 5 वीं कक्षा के लिए पेपर नंबर 1 और 6 से 8वीं कक्षा तक के लिए पेपर 2 का आयोजन होता है।
राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय कवर्धा जिले के बैगा आदिवासी बाहुल्य इलाके के चिल्फी के बेंदा गांव पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आबकारी विभाग की कस्टडी में मारे गए बैगा आदिवासी के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की।
अपने चिल्फी प्रवास के दौरान संतोष पांडेय ने इलाके के बैगा आदिवसियों के पलायन को लेकर चींता जताई। उन्होंने बैगा आदिवासियों के पलायन को लेकर कहा कि गांव से शहर की ओर पलायन करना ए?क गंभीर समस्या है। पलायन देश के विकास में बाधक है।
मस्जिद में हुआ बड़ा धमाका, 5 लोगों की मौत 15 घायलगौरतलब है कि 4 जुलाई को आबकारी विभाग के कंट्रोल रूम में बैगा युवक हरिचंद की फंदे से झूलती लाश मिली थी। उसे कथित तौर पर अवैध शराब के आरोप में आबकारी विभाग की सब इंस्पेक्टर ने गिरफ्त में लिया था।
युवक को जिला मुख्यालय लाने के बाद पुलिस के सुपुर्द करने की बजाय उसे विभाग के कंट्रोल रूम में ही रख लिया गया और सुबह उसने खुदकुशी कर ली। इस मामले में तत्काल आबकारी एसआई व एक आरक्षक को सस्पेंड किया गया।भाजपा कार्यालय में याद किए गए ‘अटल’, पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए भाजपा नेताज्ञात हो कि सांसद संतोष पांडेय छत्तीसगढ़ के कई मुद्दों को लेकर लोकसभा में भी चर्चा कर चुके हैं। उन्होंने सदन में छत्तीसगढ़ी भाषा को 18वीं अनुसूची में शामिल करने का भी मुद्दा उठाया था।
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