बिलासपुर। अमित जोगी के निर्देश पर जनता कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने अरपा भैसाझार की दरार और करार की जांच करने कमेटी गठित की है। जांच कमेटी मामले के हर पहलू की जांच कर रिपोर्ट जनता के सामने रखेगी। गलती पाए जाने पर जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने उच्च न्यायालय की शरण में भी जाने को तैयार है।
अरपा भैसाझार परियोजना कोटा तखतपुर और बिल्हा विकासखण्ड के 92 ग्रामों को चिन्हन्कीत 606 करोड़ की लागत से 25000 हेक्टेयर ज़मीन को पानी उप्लब्ध करने शुरू की गई थी। परियोजना के मूर्त रूप लेने के पूर्व से ही अरपा भैसाझार परियोजना में भ्रष्टाचार का जिन्न समय-समय पर बाहर आता रहा है।
किन्तु 2019 में परियोजना के अंतर्गत किसानों को पानी देने की शुरुआत के पूर्व ही बैराज की दीवाल में बड़ी सी दरार ने इसे जग जाहिर कर दिया। जिसे छुपाने विभाग और सरकार लगातार प्रयासरत देखे जा रहे हैं।
जल संसाधन मंत्री द्वारा भी निरक्षण उपरांत जांच की बात और परियोजना की तारिफ ने कही ना कही पुरानी ही परिपाठी की पुर्नावृति होने की ओर संकेत दिया है जिसमें परियोजना में हुए व्यापक भ्रष्टाचार को अंत में दबा दिया जाएगा।
लेकिन 30.2 मेट्रिक टन के जल भराव को सहेजे हुए बेराज के डूबन क्षेत्र में आने वाले तमाम गांववासी अनहोनी की आशंका के बीच मौत के मुहाने पर जिन्दगी काटने पर मजबूर हैं।
जिनकी सुध लेना छोड़ भूपेश सरकार के जल संसाधन मंत्री ने वृक्षारोपण कार्यक्रम में फोटो खींचा कर वहां से जाना ज्यादा मुनासिब समझा। जनता की जान माल के प्रति असंवेदनशील सरकार को इस ओर जागरुक करने जनता काँग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेने मुख्यमंत्री एवं मंत्री को ट्विट किया है।
सीएम को ट्विट करने के पश्चात अमित जोगी ने बिलासपुर जिला कार्यकारणी को इसपर जांचदल गठित करने निर्देशित किया। जिसपर जिलाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद चतुर्वेदी ने जिला कार्यकारी अध्यक्ष विक्रांत तिवारी की अध्यक्षता में एक जांच दल गठित किया जिसमें उक्त क्षेत्र के सरपंच, जनपद सदस्यों और जनप्रतिनिधियों को शामिल कर अरपा भैसाझार की दरार और करार की जांच करने की जवाबदारी दी गई है।
जिलाध्यक द्वारा बनाए जांच दल में कार्यकारी अध्यक्ष और इंजीनियर विक्रांत तिवारी को (अध्यक्ष) एवं सदस्य के रुप में संजय जायसवाल(रतनपुर), बृजभान सिंह (बछालीखुर्द), अश्वनी धुर्वे(सरपंच,भैसाझार), संतराम मरावी (पूर्व जनपद सदस्य,जोगीपुर कोटा), पुरषोत्तम भिन्झ्वार(सरपंच, सिल्दह), विश्राम सूर्यवंशी(काठाकोनी,तखतपुर) शामिल हैं।
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