रायपुर। महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेडिय़ा ने आज दुर्ग जिले में महिला आयोग को प्राप्त प्रकरणों की सुनवाई करते हुए कहा कि महिला आयोग, महिलाओं की हितों की रक्षा कर, उन्हें आत्म-सम्मान के साथ जीवनयापन करने का अवसर प्रदान करता है।
राज्य महिला आयोग पीडि़त एवं जरूरतमंद महिला को प्राथमिकता के साथ उचित न्याय दिलाने के लिए कार्य कर रहा है। महिला आयोग के समक्ष जो भी प्रकरण आते हैं, उसके हर पहलुओं की जांच कर न्याय दिलाने की दिशा में भरसक प्रयास किया जाता है।
श्रीमती भेंडिय़ा ने कहा कि महिला आयोग को प्राप्त ऐसे प्रकरण जिसमें न्यायालयीन प्रक्रिया की जरूरत होती है वहां पीडि़त महिला को विधिक सेवा प्राधिकरण से नि:शुल्क अधिवक्ता भी मुहैय्या कराया जाता है।
मंत्री श्रीमती भेडिय़ा ने दुर्ग जिले से प्राप्त प्रकरणों की पक्षकारों की मौजूदगी में सुनवाई की। उन्होंने दोनों पक्षकारों की बातों को गंभीरतापूर्वक सुना। आयोग ने घरेलू हिंसा, कार्यस्थल पर यौन उत्पीडऩ, दहेज प्रतिषेध अधिनियम, सम्पत्ति विवाद, शारीरिक-मानसिक प्रताडऩा, मारपीट से संबंधित प्राप्त प्रकरणों पर सुनवाई की।
सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों को अपनी पूरी बात रखने का अवसर दिया गया। सुनवाई के दौरान आयोग की सदस्य श्रीमती ममता साहू, श्रीमती खिलेश्वरी किरण सहित आयोग के अधिकारियों ने पक्षकारों की बातों को गंभीरता से सुना। इस अवसर पर पुलिस एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे।
यह भी देखें :
Add Comment