कोरबा। धरमजयगढ़ व कोरबा वनमंडल में 10 से अधिक लोगों को मौत के घाट उतारने वाले उत्पाती हाथी गणेश को पकडने कवायद तेज कर दी गई है। इसे पकड़कर तैमोर अभ्यारण भेजा जायेगा।
मुख्यालय से आदेश जारी होते ही रविवार की देर रात वाईल्ड लाईफ , पशु चिकित्सक व वन अफ सरों की टीम कुदमुरा पहुंच गई थी। टीम में कोरबा, अंबिकापुर व धरमजयगढ़ डिवीजन के डीएफ ओ सहित सौ से अधिक अधिकारी व कर्मचारी शामिल है।
यह टीम यहां पहुंचते ही दंतैल की निगरानी में जुट गई है। इस कार्य में कुमकी हाथी की मदद ली जा रही है। जिसे सरगुजा से बुलाया गया है। बताया जाता है कि सरगुजिया महावत कुमकी हाथी को काबू रखने में सिद्धहस्त है।
उनके इशारे पर हाथी वाहन में चढ़ता है, उतरता भी है। पहले कुमकी हाथी की मद्द से गणेश को करीब लाया जायेगा। इसके बाद वाईल्ड लाईफ व पशु चिकित्सकों की टीम ट्रेंक्यूलाईड की प्रक्रिया पुरी करेगी। इसके साथ ही दंतैल को पकड़ा भी जाएगा। उसे तैमोर पिंगला पहुंचाने जेसीबी व ट्रक की व्यवस्था भी की गई है।
टीम द्वारा गणेश को पकडऩे की कवायद तेज कर दी गई है। इस बीच पता चला है कि उत्पाती दंतैल छाल रेंज के बहेमार पहुंच गए है। कल तक यह दंतैल कोरबा वन मडल के करतला रेंज में घुम रहा था। हाथी को शनिवार की रात तरईमार गांव में देखा गया था। यहां उसने उत्पात मचाते हुु धान की फसल रौंद दी थी।
कोरबा व धरमजयगढ़ में उत्पात मचा रहे दंतैल की ट्रेकिंग के लिए रेडियो कालर आईडी लगाने की अनुमति एक जून को मिल चुकी है। अधिक गर्मी की वजह से आईडी कालर लगाने की कार्रवाई शुरू नहीं की जा सकी थी, लेबिन अब तापमान कम होने से आईडी लगाने फि र से प्रयास किया जा रहा है।
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