तिल्दा। स्कूलों में अंडा बांटे जाने के विरोध में कल सिमगा थाना क्षेत्र के दामाखेड़ा में प्रकाश मुनी साहब धरने पर बैठ गए थे। उनके साथ कंबीर पंथी अनुयायी भी काफी संख्या में धरने में मौजूद थे।
देखते-ही देखते वहां हजारों की संख्या में लोग पहुंच गए थे और बिलासपुर-रायपुर रोड जाम हो गया था। अनिश्चितकालीन रोड बंद कर दिया गया था। बाद में कलेक्टर के आश्वाशन के बाद 3 दिनों के लिए धरना स्थगति कर दिया गया।
प्रकाश मुनि साहब ने कहा है कि तीन दिन में मांगे नहीं मानी गई तो आने वाले दिनों में चक्काजाम किया जाएगाप्रकाश मुनी साहब स्कूलों में अंडा बांटे जाने का विरोध कर रहे हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह और अनिला भेडिय़ा से भी कंबीर पंथियों ने मुलाकात की थी।
दूसरी तरफ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कल ही जिला कलेक्टरों को मध्यान्ह भोजन के मेन्यू के संबंध में स्पष्टीकरण जारी किया गया है। पत्र में कहा गया है कि प्रोटीन एवं कैलोरी की पूर्ति के लिए मध्यान्ह भोजन के साथ सप्ताह में कम से कम दो दिन अण्डा या दूध या समतुल्य न्यूट्रीशन मूल्य का खाद्य पदार्थ दिए जाने का उल्लेख एवं सुझाव है।
चूंकि शाकाहारी परिवार के बालक एवं बालिकाएं भी शासकीय शालाओं में मध्यान्ह भोजन ग्रहण करते हैं, अत: स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सुझाव के क्रियान्वयन के संबंध में कलेक्टरों को स्पष्टीकरण जारी किया गया है।
इस स्पष्टीकरण के तहत स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि आगामी दो सप्ताह में शाला विकास समिति एवं पालकों की बैठक शाला स्तर पर आयोजित कराई जाए।
इस बैठक में ऐसे छात्र-छात्राओं को चिन्हित किया जाए जो मध्यान्ह भोजन में अण्डा ग्रहण नहीं करना चाहते हैं। मध्यान्ह भोजन तैयार करने के बाद अलग से अण्डे उबालने अथवा पकाने की व्यवस्था की जाए। इसके तहत जिन छात्र-छात्राओं को चिन्हित किया गया है, उन्हें मध्यान्ह भोजन के समय पृथक पंक्ति में बैठाकर मध्यान्ह परोसा जाएं।
पत्र में कहा गया है कि जिन शालाओं में अण्डा वितरण किया जाना हो, वहां शाकाहारी छात्र-छात्राओं के लिए अन्य प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ यथा सुगंधित सोया दूध, सुगंधित मिल्क, प्रोटीन क्रंच, फ ोर्टिफ ाइड बिस्किट, फोर्टिफ ाइड सोयाबड़ी, सोया मूंगफ ल्ली चिकी, सोया पापड़, फ ोर्टिफ ाइड दाल इत्यादि विकल्प की व्यवस्था की जाएं।
पत्र में यह भी कहा गया है कि यदि पालकों की बैठक में मध्यान्ह भोजन में अण्डा दिए जाने के लिए आम सहमति न हो, तो ऐसी शालाओं में मध्यान्ह भोजन के साथ अण्डा न दिया जाकर घर पहुंचाकर पूरक आहार के प्रदाय की रीति शाला विकास समिति द्वारा विकसित की जाएं।
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