रायपुर। राज्य मेंं मानसून बे्रक के बाद उपजे हालात से कृषक वर्ग चिंता में डूब गए हैं। वहीं आमजन भी भीषण गर्मी से बेहाल हैं। बंगाल की खाड़ी में इस माह के शुरूआत मेें बने सिस्टम के बाद अब तक कोई मजबूत सिस्टम तैयार नहीं हुआ है, यही वजह है कि प्रदेश में बारिश पूरी तरह से ठप हो चुकी है।
राज्य में इस समय बारिश न होने से जुलाई का माह अपै्रल-मई जैसा तपना शुरू हो गया है। अधिकतम तापमान का आंकड़ा 35 डिग्री के ऊपर चले जाने से लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं अभी निकट भविष्य में भी झमाझम बारिश की उम्मीद काफी कम है। बंगाल की खाड़ी में कोई मजबूत सिस्टम तैयार न होने से प्रदेश में बारिश की गतिविधियों पर अब पूरी तरह से विराम लग गया है।
मौसम विभाग के सूत्रों की माने तो इस माह के शुरूआम में बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम तैयार हुआ था, इसी सिस्टम के असर से प्रदेश में अच्छी बारिश हुई थी। लेकिन इस सिस्टम के कमजोर होकर समाप्त होने के बाद से लेकर अब तक कोई मजबूत सिस्टम ही तैयार नहीं हुआ। जिसके चलते प्रदेश में बारिश की गतिविधियों पर वर्तमान में पूरी तरह से विराम लग चुका है।
राज्य में इस समय सूखे के हालात निर्मित हो गए हैं। राज्य के अधिकतर जीवन दायिनी नदियों का जलस्तर जस का तस बना हुआ है। वहीं तालाबों व बांधों की स्थिति भी दयनीय बनी हुई है। बारिश न होने से जहां बांधों का जलस्तर कम बना हुआ है तो वहीं तालाबों के जलस्तर में भी कोई बदलाव नहीं आया है।
आलम यह है कि बांधों के बचे-खुचे पानी से ही पेयजल आपूर्ति चल रही है। यदि इस माह झमाझम बारिश नहीं हुई तो निश्चित रूप से आने वाले माह से पेयजल के लिए फिर से संकट खड़ा हो जाएगा। राजधानी में वैसे भी पानी के लिए जुलाई माह में लोगों को परेशान होना पड़ रहा है।
यह भी देखें :
BIG BREAKING: सोशल मीडिया पर CM कमलनाथ को बम से उड़ाने की धमकी…साइबर सेल में शिकायत…
Add Comment