नक्सलियों का दंडकारण्य एवं तेलंगाना बंद 5 को

बीजापुर। माओवादियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने प्रेस नोट जारी कर भू-राजस्व संशोधन विधेयक के खिलाफ 5 फरवरी को दंडकारण्य-तेलंगाना बंद का आह्वान किया है। विज्ञप्ति में विकल्प ने आरोप लगाया है कि पिछले पांच महीने में बस्तर संभाग के सात जिलों समेत राजनांदगांव व महाराष्ट्र के गढ़चिरोली में मुठभेढ़ के नाम पर सुरक्षाबलों द्वारा 50 लोगों की हत्या की गई है, जिसमें उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं के अलावा आम लोग भी शामिल हैं। यह आरोप भी लगाया गया है कि नक्सलमुक्त बस्तर के नाम पर चलाए जा रहे अभियान के तहत फासीवादी दमन चलाया जा रहा है। साथ ही, सीमावर्ती राज्य ओडिशा, तेलंगाना,महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश पुलिस के साथ संयुक्त गश्त अभियान चलाकर वारंटी माओवादियों के नाम पर सैकड़ों आम लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जारी विज्ञप्ति में विकल्प ने आरोप लगाया है कि पिछले 5 माह में बस्तर संभाग के सात जिलों व राजनांदगांव के साथ गढ़चिरोली जिले में मुठभेड़ के नाम पर पुलिस ने 50 आम लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या की है। राजनांदगांव के पल्लेमाड़ी एरिया में माओवादियों के तीन एरिया कमेटी सदस्य व नारायणपुर जिले के इरपानार के पास पांच कार्यकर्ताओं की हत्या की गई है। 6 दिसंबर को तेलंगाना के सीमावर्ती गाँव कलेडा के पास ग्रेहाउंड्स और महाराष्ट्र के सी-60 कमांडो ने संयुक्त कार्यवाही कर अहिरी के एरिया कमेटी सचिव आयतू समेत 11 माओवादियों की हत्या की। अक्टूबर से दिसंबर तक सुकमा जिले में पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ों में 14 लोगों की हत्या करने का आरोप भी लगाया गया है।