इस बार 15 दिनों के अंदर दो बार ग्रहण लग रहा है। जिसे जानकार ठीक नहीं बता रहे हैं। 2 जुलाई को सूर्य ग्रहण था। ठीक इसके 14 दिन बाद अब 16 जुलाई को चंद्र ग्रहण लगने वाला है।
15 दिनों के भीतर दो-दो ग्रहण बड़ी मुसीबत का सबब बन सकते हैं। प्राकृतिक आपदाओं की आशंका बता रहे हैं। कहीं भयंकर बाढ़ आने का खतरा है, तो कहीं खतरनाक सूखे की आशंका भी जताई गई है।
कैसे रहें सुरक्षित?-
किस वक्त लगेगा ग्रहण
ये ग्रहण रात 1 बजकर 31 मिनट से लगेगा और अगले दिन यानि 17 जुलाई को सुबह 4 बजकर 30 मिनट तक कायम रहेगा। यानि ग्रहण की अवधि होगी करीब 2 घंटे 59 मिनट। इसके लिए सूतक 16 जुलाई को शाम 4 बजकर 31 मिनट से ही लग जाएगा।
भारत पर पड़ेगा असर
खास बात ये है कि सूर्य ग्रहण जहां भारत में दिखाई नहीं दिया था। वहीं चंद्र ग्रहण भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा। भारत के साथ ही ये ग्रहण आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका में दिखाई देगा। इसका सीधा सा मतलब ये होता है कि चंद्र ग्रहण के ज्यादातर प्रभाव भारतवर्ष पर पडऩे वाले हैं।
149 साल बाद दुर्लभ संयोग
इस बार लगने वाला चंद्र ग्रहण खंडग्रास चंद्रग्रहण। ये उत्तर आषाढ़ नक्षत्र में पड़ेगा। इस बार आषाढ़ मास की पूर्णिमा यानी गुरु पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण हो रहा है और ऐसा 149 साल बाद दुर्लभ संयोग बन रहा है। उस समय भी शनि, केतु और चंद्र के साथ धनु राशि में स्थित था। सूर्य, राहु के साथ मिथुन राशि में स्थित था।
भयंकर आपदा का खतरा
इस वक्त जैसी उथल पुथल राजनीतिक क्षेत्र में मची हुई है। प्राकृतिक आपदाओं की आशंका से ये ग्रहण खाली नहीं है। कहीं भयंकर बाढ़ आने का खतरा। तो कहीं खतरनाक सूखे की आशंका भी जताई गई है। उसके पीछे ज्योतिष में ग्रहण के समय ग्रहों की स्थिति को जिम्मेदार माना जाता है।
कैसे रहें सुरक्षित?-
ग्रहण के समय आमतौर पर सबके जहन में उभरता है वो है कि आखिर ग्रहण के समय क्या करें? क्या न करें? हिन्दू धर्म की मान्यताओं के मुताबिक ग्रहण के दौरान हर किसी को इन मान्यताओं का पालन करना चाहिए। धर्मशास्त्रों के मुताबिक ग्रहण काल में लोगों को पूजा पाठ, मंत्रों का जाप और धार्मिक कथाएं सुननी चाहिए।
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