रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र की कार्रवाई आज से शुरू हो गई। सदन की कार्रवाई राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम के साथ शुरू हुई। इसके बाद माओवादी हमले में दिवंगत हुए दंतेवाड़ा से भाजपा विधायक भीमा मंडावी को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही छत्तीसगढ़ के पूर्व विधायक बलराम सिंह ठाकुर और अविभाजित मध्यप्रदेश के विधायक रहे संतोष कुमार अग्रवाल को भी श्रद्धांजलि दी गई।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने सभी दिवंगत नेताओं के योगदान को याद किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संतोष अग्रवाल को याद करते हुए कहा उनके जाने से छत्तीसगढ़ को अपूरणीय क्षति हुई है। साथ ही दिवंगत भीमा मंडावी को याद करते हुए कहा बहुत ही दुखद घटना में चुनाव के दौरान उनकी मृत्यु हुई है।
वे बहुत ही सहज, सरल और मिलनसार थे। इसी तरह बलराम सिंह ठाकुर को याद करते हुए कहा कि वे दो बार महापौर और दो बार विधायक रहें, उनके जाने से भी अपूरणीय क्षति हुई है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने भी तीनों दिवंगत नेताओं के जीवन को याद करते हुए श्रद्धाजंलि दी। प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री व जेसीसीजे सुप्रीमो अजीत जोगी ने भी तीनों दिवंगत विधानसभा सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। साथ ही उनके योगदानों को याद किए। अजीत जोगी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की माता को आदर्श माता निरूपित करते हुए उन्हें श्रंद्धाजलि दी।
पीसीसी चीफ व विधायक मोहन मरकाम ने तीनों दिवंगत नेताओं को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। खासकर नक्सल हमले शहीद हुए भीमा मंडावी व उन जवानों को भी श्रद्धांजलि दी। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की माता बिंदेश्वरी देवी को भी श्रद्धांजलि दी।
बसपा विधायक केशव चंद्रा ने भी अपने दल की तरफ से सभी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी। जेसीसीजे विधायक धर्मजीत सिंह ने भी तीनों दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी। खासकर भीमा मंडावी की शहादत को याद करते हुए कहा वे पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा को हराकर विधायक बने थे। महेंद्र कर्मा के साथ ही भीमा मंडावी की मौत भी नक्सल हमले हुई। नक्सलवाद को लेकर सदन को विशेष रूप से मंत्रणा करने की बात कही।
बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व संसदीय कार्यमंत्री व बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने तीनों दिवंगत नेताओं सहित मुख्यमंत्री की माता को भी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए संवेदना व्यक्त की। जेसीसीजे विधायक श्रीमती रेणु जोगी ने भी तीनों दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी।
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