रायपुर। प्रदेश में नागरिक अब नि:शुल्क औषधीय पौधे प्राप्त कर सकेंगे। यह सुविधा होम हर्बल योजना के तहत प्राप्त हो सकेगी। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में बहुमूल्य औषधीय गुणों से युक्त वन सम्पदा है। ऐसे औषधीय पौधों का अधिक से अधिक वितरण किया जाना चाहिए, ताकि आम नागरिकों को इसकी जानकारी मिले और वे इसका लाभ उठा सके।
छत्तीसगढ़ राज्य औषधीय पादप बोर्ड कार्यालय परिसर ने आज नि:शुल्क औषधीय पौधा वितरण की शुरूआत की गई। इसका शुभारंभ बोर्ड के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.बी.पी. सिन्हा द्वारा किया गया।
सिन्हा ने बताया कि बोर्ड द्वारा प्रतिवर्ष होम हर्बल गार्डन योजनांतर्गत औषधीय पौधों का नि:शुल्क वितरण किया जाता है। इस वर्ष पूरे राज्य के 18 वनमंडलों (बिलासपुर, कोरबा, मरवाही, कटघोरा, दुर्ग, कबीरधाम, रायपुर, राजनांदगांव, गरियाबंद, मुंगेली, बलौदाबाजर, जांजगीर चांपा, सूरजपुर, अम्बिकापुर, जशपुर, कोरिया, पश्चिम भानुप्रतापपुर एवं पूर्व भानुप्रतापपुर) में लगभग 25 लाख औषधीय पौधों का नि:शुल्क वितरण का लक्ष्य रखा गया है।
औषधीय पौधों के नि:शुल्क वितरण का कार्य संबंधित वनमंडलाधिकारियों, वैद्य संघ एवं राही ग्रामीण संस्थान द्वारा किया जावेगा। उन्होंने बताया कि वितरण किए जाने वाले औषधीय पौधों में आंवला, नीम, हर्रा, बहेड़ा, जामुन, निर्गुण्डी, बेल, तुलसी, एलोवेरा, ब्राम्ही, केवकंद, सतावर, मंडूकपर्णी एवं अन्य कई प्रकार के औषधीय पौधों शामिल हैं। घर,स्कूल,कॉलेज,कार्यालय परिसर में औषधीय पौधों का छोटा सा उद्यान बनाकर उनका सही उपयोग कर छोटी-मोटी बीमारियों से निजात पाया जा सकता है।
यह भी देखें :
Add Comment