महाराजबन तालाब का अस्तिव बचाने विरोधियों के खिलाफ वार्ड पार्षद

रायपुर। एतिहासिक महाराजबंद तालाब के अस्तिव को बचाने वार्ड पार्षद सालिक सिंह ठाकुर वार्डवासियों के साथ धरना प्रदर्शन कर विरोधियों के खिलाफ आंदोलन करेंगें। प्राचीन मंदिर दूधाधारी मठ के सामने स्थित महाराजबन्द तालाब है जिसका अपना एक इतिहास है इसी तालाब से भगवान बालाजी का स्नान व राग भोग लगाया जाता था ,पूरे क्षेत्र के लोगो का निस्तारी होता था मगर समय के साथ साथ महाराजबन्द तालाब भी अतिक्रमण और प्रदूषण के भीषण चपेट में आ गया। शहर से निकल रहे आधे से ज्यादा नाली नालो का गंदा पानी इस तालाब में गिरने लगा जिससे धीरे धीरे लोग यहाँ निस्तारी बंद कर दिए ,पानी गंदा हो गया कीड़े बिलबिलाते रहते है जिससे चर्म रोग का खतरा बढ़ गया और इस तरह महाराजबन्द तालाब अपना वैभव खोने लगा और इस क्षेत्र का जलस्तर भी घटने लगा। उक्त बातें चर्चा के दौरान महामाया मंदिर वार्ड के पार्षद सालिक सिंह ठाकुर ने दी। उन्होंंने बताया कि वार्डवासियों के लिए बेहतर करना पार्षद की जिम्मेदारी होती है। एतिहासिक तालाब को बचाना भी हमारा कर्तव्य हैं। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने महाराजबन्द तालाब को बचाने करोड़ों रूपए की स्वीकृती दिलाई और 171 परिवारों को बीएसपीयू के मकान भाठागांव चंगोराभाठा में बसाया,लेकिन यहाँ भी गंदी राजनीति करने से कुछ लोग बाज नही आए और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के उद्देश्य से कोर्ट को तालाब पाटाने की झूठी बात बताते हुए स्टे ले आए जबकि तालाब का विधिवत सीमाकन किया जा चुका है। जिसमे साफ किया गया कि तालाब को बिल्कुल नही छुआ जा रहा है तालाब के किनारे स्थित पुराने कई पेड़ व मंदिर आज भी जस के तस है फिर तालाब कैसे पाटा गया ? राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले लोग सक्रिय होकर दुष्प्रचार कर रहे है कि कोर्ट के आदेश का अवमानना किया जा रहा है।