रायपुर। राजधानी रायपुर में घुम-घुम कर दर्जन भर से अधिक स्थानों से लाखों रुपये की चोरी करने वाले शातिर चोर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी पहचान छुपाने के लिए हेलमेट पहन कर चोरी की घटना को अंजाम देता था। वह पिछले 1 साल से लगातार घुम-घुम कर चोरी की घटना को अंजाम दे रहा था। वह चोरी करने के लिए बिना नंबर की पल्सर वाहन का उपयोग करता था।
आरोपी ने राजधानी के थाना कोतवाली, आजाद चौक, सरस्वती नगर, आमानाका, पंडरी एवं कबीर नगर क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। आरोपी के कब्जे से नगदी 5 लाख 70 हजार रूपये बरामद किया गया।
उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया था। आरोपी का यूसुफ खान है और वह डीडी नगर में रहता था। आरोपी की पत्नी पीएचडी है और सीएसईबी विभाग में वेलफेयर अधिकारी के पद पर पदस्थ है।आरोपी ने 27 जून को फिरोज अजीज के यहां चोरी की घटना को अंजाम दिया था। फिरोज कुछ देर के लिए घर बंद कर नमाज पढऩे गया था उसी दौरान आरोपी ने मेन गेट का ताला तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया था। फिरोज के घर से उसने करीबन डेढ़ लाख रूपये को चोरी की थी।
इसी प्रकार धनवन्तरी भवन हलवाई लाइन थाना कोतवाली निवासी मोहनलाल शर्मा के यहां से 1 जुलाई को दोपहर में दुकान का शटर तोड़कर 5 लाख रूपये की चोरी की थी। इसी प्रकार मुर्रा भट्ठी गुढियारी निवासी रूपचंद साहू के जर्मन होम्यो फार्मेसी की दुकान महंत कॉलेज कॉम्पलेक्श छ.ग. लोक आयोग के सामने से 23 अप्रैल को दोपहर में दुकान में बने केबिन का ताला तोड़कर 1,65,000 रुपये की चोरी की घटना को अंजाम दिया था।इसी तरह समता कॉलोनी निवासी एसी सीट एवं खाद्य तेल का थोक विक्रेता दिनेश अग्रवाल के समता शॉपिंग आर्केट के आफिस में 12 फरवरी को 60 हजार रूपये की चोरी की थी।
एक अन्य घटना में रितेश शर्मा गरबा मैदान समता कॉलोनी निवासी के कोणार्क इंडस्ट्रीज से 1 मई को कैश काउंटर से 1 लाख 10 हजार रूपये की चोरी की थी। इसी तरह एलआईसी कॉलोनी मोवा निवासी शरद कुमार मिश्रा ने दुबे कॉलोनी स्थित पंकज ट्रेडर्स दुकान से नगदी चोरी किया था।
राजधानी में लगातार हो रहे चोरी को देखते हुए पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए सायबर सेल की एक विशेष टीम का गठन कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे। टीम द्वारा प्रकरण के प्रार्थियों से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ करते हुए घटना स्थलों का निरीक्षण किया।
टीम द्वारा घटना स्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ करने के साथ-साथ सीसीटीव्ही फुटेजों का अवलोकन भी किया गया। प्रकरण में मुखबीर लगाकर भी आरोपी को चिन्हांकित करने के प्रयास किए जा रहे थे।
टीम द्वारा पूर्व में भी इस तरह से घटना कारित करने वाले आरोपियों के संबंध में जानकारियां एकत्र कर आरोपी की पतासाजी हेतु तकनीकी विश्लेषण किए जा रहे थे। साथ ही अलग-अलग चैक चौराहों में आरोपी के हुलिए के आधार पर उसे पहचानने हेतु सादी वर्दी में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया था।
इसी दौरान टीम को आरोपी के संबंध में जानकारी मिली। शक के आधार पर डीडी नगर निवासी यूसुफ खान को पकड़कर घटनाओं के संबंध में पूछताछ की। यूसुफ पहले तो पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया. कड़ाई से पूछताछ करने पर वह टूट गया और उक्त सभी घटनाओं को अंजाम देना कबूल कर लिया।कारित करना स्वीकार किया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि अब तक वह दर्जन भर से अधिक स्थानों में नगदी चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है। उसने यह भी बताया कि उसके द्वारा की गई नगद चोरी की राशि का उपयोग घर बनाने में किया गया है और वह लगातार पिछले 1 वर्ष से इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। आरोपी के निशानदेही पर उसके कब्जे से चोरी की गई रकम में से नगदी 5,70,000 रूपये एवं घटना में प्रयुक्त पल्सर वाहन जप्त किया गया है।
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