रायपुर। राज्य में आने वाले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर धूल भरी आंधी चलने तथा गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना है।
इधर गुजरात में आए चक्रवाती सिस्टम के समाप्त होते ही अब मानसून को आगे बढऩे का रास्ता मिल गया है, अनुमान है कि 19-20 तारीख से प्री-मानसून की बौछारें पडऩी शुरू हो जाएगी।
मौसम विभाग से जारी नियमित रिपोर्ट के अनुसार कल बना चक्रवाती सिस्टम आज मजबूत होकर पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी से लेकर आंध्रप्रदेश के तटीय इलाके तक सक्रिय हो गया है और ऊपरी हवा में 4-5 किमी की ऊंचाई से लेकर 5.8 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय बना हुआ है।
इधर गुजरात में आए भीषण चक्रवाती तूफान हवा के समाप्त होते ही अब दक्षिण-पश्चिम मानसून को तेजी से आगे बढऩे का रास्ता मिल गया है। मौसम वैज्ञानिकों की माने तो अब खाड़ी में बनने वाले तूफान से मानसून को और ज्यादा गति मिलेगी और यह तेजी से आगे बढ़ेगी।
फिलहाल मानसून केरल को पार करते हुए आंध्रप्रदेश तक सक्रिय हो गया है। यह आगामी कुछ दिनों में बस्तर के रास्ते अब प्रदेश में प्रवेश कर जाएगा।इधर मानसून के नजदीक आते ही प्रदेश के बस्तर संभाग मेंं प्री-मानसून की बौछारें शुरू हो जाएंगी।
इसके ठीक बाद रायपुर संभाग में प्री-मानसून की बौछारें आगामी 3-4 दिनों में शुरू होने की पूरी संभावना बन गई है। इधर मौसम विभाग ने आगामी चौबीस घंटों के दौरान राज्य के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार जताए हैं।
इसके अलावा कुछ स्थानों पर 30-40 किमी की रफ्तार से तेज हवा चलने तथा बदली-बारिश का पुर्वानुमान जारी किया है। मौसम विभाग की माने तो जून में अब तक होने वाली बारिश ठीक से शुरू भी नहीं हो पाई है, इस लिहाज से इस वर्ष प्रदेश में केवल औसत बारिश का ही अनुमान फिलहाल लगाया जा रहा है।
लेकिन मानसून की सक्रियता और बारिश के लिए जरूरी सिस्टम यदि तैयार हो जाता है तो यह आंकड़ा बढ़ सकता है। बहरहाल आज राजधानी रायपुर में अधिकतम तापमान का आंकड़ा 40 डिग्री तक पहुंच गया है। इसी तरह अंबिकापुर में 37.8, बिलासपुर में 40.2, पेण्ड्रारोड में 36.7 तथा जगदलपुर में 38.4 डिग्री अधिकतम तापमान रिकार्ड किया गया है।
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