स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (State Bank of India) यानी एसबीआई देश का सबसे बड़ा बैंक है। हमारा-आपका भरोसा भी इसमें अन्य बैंकों की तुलना में अधिक है। ऐसे में जब हम अपने जोड़े गए पैसे की एफडी यानी फिक्स्ड डिपॉजिट (fixed deposit) करवाने की सोचते हैं तो इस बैंक के ऑप्शन्स को दरकिनार नहीं करते।
यह सही भी है, अपनी मेहनत की कमाई को कहां लगाना है और कहां खर्च करना है, इसका फैसला बेहद सोच-समझकर ही लेना चाहिए। FD करवाते समय अलग-अलग बैंकों द्वारा दिए जाने वाले इंट्रेस्ट रेट पर गौर करें।
तुलनात्मक अध्ययन के बाद ही फैसला लें कि किस बैंक में जमा करवाना सही रहेगा। यह बात हमेशा ध्यान रखें कि आप अपनी राशि कितने समय के लिए डिपॉजिट करवा रहे हैं, उसी पर इंट्रेस्ट रेट भी निर्भर करता है, आइए आज हम आपको SBI द्वारा अलग-अलग मियादों पर दिए जाने वाले इंट्रेस्ट रेट के बारे में बताएं।
एसबीआई ने 2 करोड़ रुपये से कम की रकम के लिए 9 मई 2019 से रिवाइज्ड इंट्रेस्ट रेट यानी ब्याज दरें लागू की हैं। हम नीचे दी गई जानकारी एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट से आपके लिए लाए हैं।
आम जन के बीच एफडी लंबे समय से पसंदीदा निवेश विकल्प रही है और इसका अहम कारण यह है कि यह अपेक्षाकृत कम जोखिम वाली होती है। बैंकिंग सेक्टर की बोली में बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट को टर्म डिपॉजिट भी कहा जाता है। इसी के साथ आपको बता दें कि फिक्सड डिपॉजिट वह माध्यम है
जिसके जरिए आप अपना पैसा बैंक में एक निश्चित समय के लिए सेव कर उस पर इंट्रेस्ट पा सकते हैं। फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट का रेट किसी भी सामान्य सेविंग अकाउंट पर मिलने वाले इंट्रेस्ट से काफी ज्यादा होता है। हालांकि इस पर होने वाली आय कर योग्य आय होती है।
बैंक की वेबसाइट पर हमने पाया कि बैंक यह साफ तौर पर बताता है कि SBI पेंशनर्स और स्टाफ को इस बाबत ऐडेड फायदा मिलता है। इस बैंक के ही स्टाफ मेंबर हैं या फिर इसेक पूर्व कर्मी हैं यानी कि पेंशनर हैं तो आपको फिक्स्ड अकाउंट में जमा राशि पर ऊपर बताए गए इंट्रेस्ट रेट से एक फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा। वहीं अगर आप एसबीआई स्टाफ के साथ ही वरिष्ठ नागरिक भी हैं तो आपको 1 फीसदी प्रतिशत इंट्रेस्ट के साथ ही 0।50 प्रतिशत इंट्रेस्ट दोनों का फायदा मिलेगा।
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