रायपुर। छत्तीसगढ़ में भाजपा शासनकाल में आरंभ हुई असंगठित कर्मकार विवाह योजना को अचानक बंद कर दिए जाने पर भाजपा ने राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए कहा है कि गरीब श्रमिकों की बेटियों के हाथ पीले करने में मदद करने से हाथ पीछे खींचना कौन सा राजधर्म है? बेटियां समाज का गौरव होती हैं।
गरीब बेटियों की खुशियों पर नजर क्यों लगा रहे हैं? पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता महेश गागड़ा ने कहा है कि डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व काल में वर्ष 2008 से चल रही इस योजना के तहत श्रमिक परिवार की बच्चियों के विवाह में 20 हजार की राशि दी जाती थी, जिससे प्रदेश की लाखों बेटियों के हाथ पीले होने में मदद मिली।
लेकिन कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आते ही गरीबों के सारे हितों पर कुठाराघात करना शुरू किया और अब तो गरीब की बेटियों की शादी में दी जाने वाली मदद भी बंद कर देने का फरमान जारी कर दिया है। सत्ता में आने के लिए किसान का कर्जा माफ, बिजली बिल हाफ, बेरोजगारी भत्ता जैसी बड़ी बड़ी बातें करने वाली कांग्रेस सरकार ने गरीब बेटियों के ब्याह में बाधा खड़ी कर दी है ।
यह योजना बंद किए जाने से प्रदेश के लाखों श्रमिकों की बेटियों की शादी में अड़चन पैदा होगी। क्या कांग्रेस केवल वोट बटोरने के लिए ही गरीब के साथ होती है। सरकार को यह विचार करना चाहिए था कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के परिवार के हित में भाजपा की सरकार ने जो कल्याणकारी योजनाएं संचालित की, उनसे इस वर्ग की बेटियों का कल्याण हुआ है।
सरकार का काम कमजोर तबके को सामाजिक न्याय दिलाना है लेकिन इस सरकार ने तो सामाजिक सरोकारों से पूरी तरह मुंह मोड़ लिया है। गरीब पिछड़े एवं जनता के लाभ के अनेक योजनाओं को बिना विचार किए बंद करने के कांग्रेस सरकार के तुगलकी निर्णयों के खिलाफ आवाजें उठने लगी है। सरकार को सचेत हो जाना चाहिए जनता को मिलने वाले लाभ पर कुठाराघात में भाजपा जनता के साथ खड़ी है।
गागड़ा ने कहा कि भूपेश बघेल सरकार ने प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था तो पहले ही बिगाड़ दी थी। अब इस सरकार के मौजूदा फैसले से सामाजिक व्यवस्था भी गड़बड़ा जाएगी ।
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