
रायपुर। नगर निगम के महापौर प्रमोद दुबे और निगमायुक्त शिव अनन्त तायल के निर्देश पर आज लगातार दूसरे दिन भी कोचिंग सेंटरों की जांच की गई। 17 कोचिंग सेंटरों में से सिर्फ एक में ही फायर सेफ्टी उपकरण मिला।
वहीं ग्राउंड फ्लोर मिलाकर चार मंजिला एक स्कूल की सीढिय़ां संकरी पायी गई। सभी को नोटिस जारी कर दिया गया है। जांच की कार्रवाई जोन 1 और 2 में की गई। कार्यपालन अभियंता लोकेश चन्द्रवंशी ने बताया कि जोन के अलग अलग मोहल्लों में चल रहे 12 कोचिंग सेंटरों में फायर सेफ्टी उपकरणों तथा अन्य चीजों की जांच की गई।
उनमें से दिशा क्लासेस, कैरियर एजुकेशन, विद्यापन कोचिंग, एएनसी एमआईटी, टॉप टेन ट्यूरोटोरियल, मैक, संजय क्लासेस, सुपर ब्रेन क्लासेस, प्रेमस कोचिंग, एवीएस एकाडमी, पीआरएस इंसिट्यूट, राज कोचिंग नाम के कोचिंग सेंटरों की जांच में किसी भी कोचिंग सेंटर में फायर सेफ्टी उपकरण नहीं पाए गए।
सभी को उपकरण लगाने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया। खमतराई स्थित रायपुर कान्वेट स्कूल की भी जांच की गई। ग्राउंड फ्लोर समेत ऊपर 4 मंजिल बने इसके भवन में एक हजार छात्र पढ़ते हैं। यहां की सीढिय़ां अपेक्षाकृत संकरी पायी गई।
जिस पर वैकल्पिक व्यस्था करने के संचालक को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही प्रत्येक फ्लोर पर कम से कम चार-चार फायर सेफ्टी उपकरण लगाने के लिए कहा गया है। इधर जोन 2 अमले द्वारा महेंद्रा कोचिंग, डॉ भाटिया मेडिकल कोचिंग, टेली ब्रेन्स, मैट्स यूनिवर्सिटी और फ्रेंकलिन इंस्टीट्यूट में जांच की कार्रवाई की गई।
रघुमनी प्रधान ने बताया कि सिंह महेंद्रा कोचिंग में ही फायर सेफ्टी उपकरण लगा पाया गया। बाकियों के खिलाफ नोटिस जारी कर दी गई है।
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